Uttar Pradesh News : कांग्रेस मुक्त भारत का नारा देने वाली भाजपा अब खुद ही कांग्रेस मय होती जा रही है, भाजपा में जिस तरह कांग्रेस नेताओं को शामिल किया जा रहा है उससे भाजपा का पूरे देश को कांग्रेस मुक्त करने का नारा खोखला साबित हो रहा है। ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने, केंद्र में सत्तारूढ़ होने के बाद देश को कांग्रेस मुक्त करने का अपना संकल्प दोहराया था। अपने इस संकल्प को पूरा करने के लिए भाजपा ने कई कांग्रेस शासित प्रदेशों में, सत्ता के बल पर कांग्रेस को सत्ता से बाहर कर दिया था।
हाल ही में संपन्न विधान सभा चुनावों में भी भाजपा ने कई कांग्रेसी नेताओं को ED और सीबीआई का भय दिखा कर, भाजपा में शामिल कराया था। जिन नेताओ ने भाजपा में शामिल होने से मना कर दिया था, उन पर मुकदमें दर्ज करा के जेल भेज दिया गया। भाजपा की इस राजनीति से विपक्षी दलों के नेताओं में भय फैल गया, और विपक्षी दलों के नेताओं भाजपा में शामिल होने की होड़ मच गई। 2024 के लोक सभा चुनाव से पूर्व भाजपा ने अपनी रणनीति बदलते हुए कई कांग्रेस नेताओं को न सिर्फ़ पार्टी में शामिल किया बल्कि उन्हें राज्य सभा और विधान परिषद का सदस्य बनाया। कांग्रेस नेताओं को पहली बार भाजपा में इस तरह सम्मानित किया गया।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है की 400 पार का नारा देने वाली भाजपा को अब जमीनी हकीकत का एहसास हो रहा है। भाजपा के गोपनीय सूत्रों का मानना है, भाजपा को इस लोक सभा में बहुमत मिलने के आसार बहुत कम है इसलिए भाजपा ने अपनी रणनीति में परिवर्तन करते हुए कांग्रेस के प्रभावी नेताओं को पार्टी में शामिल कराके, लोक सभा चुनाव में प्रत्यासी भी बनाया है। भाजपा को विश्वास है, कि पूर्व कांग्रेस नेताओं के बल पर भाजपा एक बार फिर सत्ता में काबिज होने में सफ़ल होगी। सत्ता हासिल करने के लालच में भाजपा ने जिस तरह से कांग्रेस नेताओं को पार्टी में शामिल किया है, उससे देश तो कांग्रेस मुक्त नहीं होगा बल्कि भाजपा ही कांग्रेस युक्त हो जायेगी।