समाजवादी पार्टी के सांसद एसटी हसन ने असम सरकार द्वारा मुस्लिम विवाह और तलाक पंजीकरण अधिनियम को रद्द करने पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है और कहां है कि उनकी चाहे जितनी मर्जी हो उतने कानून बना लेने दो लेकिन मुसलमान सिर्फ शरीयत और कुरान ही मानेंगे सपा सांसद ने कहा कि सारे टारगेट केवल मुस्लिम है
दरअसल खबर के अनुसार हसन ने कहा इस बात को इतना हाईलाइट करने की जरूरत नहीं है मुसलमान शरीयत और कुरान का ही पालन करेंगे सरकार जितने चाहे उतने अधिनियमों का मसौदा तैयार कर सकते हैं हर धर्म के अपने-अपने रीति रिवाज होते हैं इनका पालन हजारों वर्षों से किया जा रहा है उनका अनुसरण जारी रहेगा हसन मुरादाबाद से सपा की सांसद है और पैसे से सर्जन है वह मुरादाबाद के पूर्व मेयर भी रह चुके हैं।