जंगली जानवरों की समस्या बनी जानलेवा : अखिलेश यादव

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में जंगली जानवरों और भेड़ियों की समस्या जानलेवा बन चुकी है। सरकार ऊपरी दिखावा न करे, जमीन पर उतर कर समस्या का समाधान करे। बहराइच समेत अन्य जिलों में भेड़ियों और जंगली जानवरों का लोगों पर हमला जारी है। लगातार किसानों और निर्दोश ग्रामीणों की मौतें हो रही हैं। जंगली जानवरों के हमले और मौतों से ग्रामीणों में आक्रोष बढ़ रहा है। सोमवार को बहराइच में भेड़िये ने फिर किसान दम्पत्ति पर हमला कर मार दिया।
अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार जंगली जानवरों के हमलों और नरभक्षी भेड़ियों की समस्या को लेकर गंभीर नहीं है। मुख्यमंत्री जी ने बहराइच में भेड़ियों की समस्या का हवाई सर्वेक्षण कर लिया लेकिन स्थिति जस की तस है। जितना खर्चा भेड़िया पर्यटन पर किया गया अगर उतना जमीन पर खर्च कर देते तो भेड़िया भी पकड़ जाता और लोगों का जीवन भी बच जाता।
अखिलेश यादव ने कहा कि कहीं भेड़िया, कहीं तेंदुआ, कहीं अजगर, कहीं सांड और कहीं अन्य जंगली जानवरों से उत्तर प्रदेश में दहशत का माहौल बना हुआ है इसके लिए भाजपा सरकार जिम्मेदार है। समाजवादी पार्टी जंगली जानवरों और छुट्टा सांडो की समस्या को लगातार उठा रही है और पीड़ित गरीबों, किसानों की मदद भी कर रही है लेकिन भाजपा सरकार को यह समस्या दिखाई नहीं दे रही है। जंगली जानवरों की दहशत से किसान खेती नहीं कर पा रहे हैं। अपने खेतों में जाने से डरते है। भाजपा सरकार इस समस्या के समाधान के लिए कुछ करेगी या यह कहकर पल्ला झाड़ लेगी कि जानवर के पदचिह्न नहीं मिले।
उन्होंने कहा कि जिन पर हमले हो रहे हैं क्या उनके घायल शरीर के निशान काफी नहीं है। या फिर उनके जख्म जिनके बच्चे जानवर उठा ले जा रहे है। सरकार जंगली जानवरों और भेड़ियों से ग्रामीणों को बचाने के लिए सिर्फ घोषणाएं नहीं ठोस कार्रवाई करें और मृतकों के परिजनों की मदद करें। श्री अखिलेश यादव ने कहा कि मानव-वन्य जीव संघर्ष के लिए भाजपा सरकार की अवैध कटाई करवाने की मिलीभगत जिम्मेदार है।
जब पशुओं के सामने ह्यभोजन और आश्रयह्ण का संकट आएगा तो वे हिंसक होंगे ही और इंसानी बस्तियों में जाएंगे जहाँ मानव जब डरकर अपना बचाव करेगा तो फिर संघर्ष होंगे, जिनमें से अधिकांश प्राणघातक साबित होंगे। अखिलेश यादव ने कहा कि पूर्ण पतन की ओर बढ़ती भाजपा सरकार के इस अंतिम चरण में छुट्टा पशुओं और हिंसक जानवरों की समस्या भी निर्णायक भूमिका अदा कर रही है। 2027 में भाजपा की सत्ता जाने के बाद जनता इन सभी समस्याओं से स्वत: मुक्त हो जाएगी।