प्रधानमंत्री इन दिनों उत्तर पूर्वी राज्यों के दौरे पर हैं. आज पीएम मोदी पहले असम गए और उसके बाद उन्होंने अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर में दुनिया की सबसे लम्बी सुरंग ‘सेला टनल’ समेत कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया. ईटानगर में ‘विकसित भारत विकसित नार्थईस्ट’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि, पूरे पूर्वोत्तर में चार गुना रफ़्तार से विकास कार्य चालू है. पूरे देश में विकसित राज्य से विकसित भारत का राष्ट्रीय उत्सव तेज गति से जारी है. पीएम मोदी ने कहा कि, आज मुझे विकसित पूर्वोत्तर के इस उत्सव में, पूर्वोत्तर के सभी राज्यों में एक साथ हिस्सेदार बनने का अवसर मिला है.
55 हजार करोड़ रुपये से अधिक के प्रोजेक्ट्स
पूरे भारत में जिस गति से विकास कार्य हो रहा है, उसको बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा,”पूर्वोत्तर के विकास के लिए हमारा विजन अष्टलक्ष्मी का रहा है. दक्षिण एशिया और पूर्वी एशिया के साथ भारत के ट्रेड, टूरिज्म और दूसरे रिश्तों की एक मजबूत कड़ी हमारा नार्थ ईस्ट बनने जा रहा है. आज यहां एक साथ 55 हजार करोड़ रुपये से अधिक के प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण या शिलान्यास हुआ है. आज अरुणाचल प्रदेश के 35 हजार गरीब परिवारों को अपने पक्के घर मिले हैं. अरुणाचल प्रदेश और त्रिपुरा के हजारों परिवारों को नल कनेक्शन मिले हैं, नॉर्थ ईस्ट के अलग-अलग राज्यों में कनेक्टिविटी से जुड़े अनेक प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास और लोकार्पण हो रहा है.”
पूर्वोत्तर के लिए किये गए विकास कार्य को गिनाते हुए मोदी ने कहा कि, जो काम हमने 5 साल में कर दिया, वही काम कांग्रेस को करने में 20 साल लग जाते। उन्होंने आगे कहा कि मोदी की गारंटी क्या है यह आपको अरुणाचल प्रदेश में आने पर साफ़ दिखता है. पूरा पूर्वोत्तर देख रहा है मोदी की गारंटी कैसे काम कर रही है. कांग्रेस पर हमला बोलते हुए उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था का भी मामला उठाया और कहा कि, “अतीत में जब हमारे बॉर्डर पर पुरानी सरकारों को आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर बनाना चाहिए था, उस समय कांग्रेस घोटाले करने में व्यस्त थी. कांग्रेस हमारी सीमा के गांवों को अविकसित रखकर देश की सुरक्षा से खिलवाड़ कर रही थी. अपनी ही सेना को कमजोर रखना, अपने ही लोगों को सुविधा और समृद्धि से वंचित रखना ही कांग्रेस के कार्य करने का तरीका है. यही उनकी नीति है, यही उनकी रीति है. आजादी के बाद से लेकर 2014 तक पूर्वोत्तर में 10 हजार किमी नेशनल हाइवे बनाए गए थे. जबकि बीते 10 वर्षों में ही 6 हजार किमी से अधिक नेशनल हाईवे बनाए गए हैं. जितना काम 7 दशक में हुआ, उतना हमने 1 दशक में करीब करीब कर दिया है.”