Dussehra 2025: गोरक्षपीठ से निकलेगी भव्य शोभायात्रा, विजयरथ पर सवार रहेंगे CM योगी

गोरखपुर का गोरक्षपीठ हर साल की तरह इस बार भी दशहरा 2025 के अवसर पर भव्य शोभायात्रा का आयोजन करेगा। यह परंपरा न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि गोरखपुर और पूर्वांचल की सांस्कृतिक धरोहर को भी सहेजती है। इस बार की शोभायात्रा खास होने वाली है क्योंकि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ स्वयं विजयरथ पर सवार होकर भक्तों और श्रद्धालुओं का नेतृत्व करेंगे।
गोरक्षपीठ से निकलने वाली यह शोभायात्रा ऐतिहासिक महत्व रखती है। विजयादशमी के दिन भगवान श्रीराम के रावण पर विजय की स्मृति में यह आयोजन हर साल होता है। इस अवसर पर गोरखनाथ मंदिर से लेकर विभिन्न मार्गों तक भव्य झांकियां सजाई जाती हैं, जिनमें रामायण और महाभारत के प्रसंग जीवंत हो उठते हैं। हजारों श्रद्धालु और दर्शक इस शोभायात्रा को देखने के लिए इकट्ठा होते हैं और “जय श्रीराम” के जयकारों से वातावरण गूंज उठता है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हर साल की तरह इस बार भी विशेष रूप से तैयार किए गए विजयरथ पर सवार होकर शोभायात्रा में शामिल होंगे। उनका यह रूप लोगों के बीच धार्मिक आस्था और राजनीतिक संदेश दोनों को मजबूत करता है। गोरक्षपीठ का दशहरा केवल धार्मिक कार्यक्रम नहीं बल्कि सामाजिक समरसता और सांस्कृतिक एकता का भी प्रतीक है। यहां हिंदू परंपरा की जीवंतता के साथ-साथ गोरक्षपीठ की सेवा और अध्यात्मिक परंपरा का दर्शन भी होता है।
इस बार की शोभायात्रा में आधुनिक प्रकाश सज्जा, सांस्कृतिक झांकियां और पारंपरिक रथ विशेष आकर्षण का केंद्र होंगे। गोरखपुर प्रशासन ने भी सुरक्षा और यातायात को लेकर विशेष इंतजाम किए हैं ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। स्थानीय कलाकार और विद्यालयों के बच्चे भी रामलीला और विभिन्न धार्मिक प्रसंगों पर आधारित झांकियों में हिस्सा लेंगे।
दशहरा का पर्व हमेशा से बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश देता है। रावण दहन और राम की विजय केवल धार्मिक अनुष्ठान भर नहीं बल्कि यह समाज को यह सीख देता है कि अहंकार और अन्याय का अंत निश्चित है। गोरक्षपीठ से निकलने वाली यह शोभायात्रा भी इसी संदेश को लेकर समाज में धर्म, नीति और नैतिकता के मूल्यों को मजबूत करती है।
गोरखपुर का दशहरा देशभर में अपनी भव्यता और आध्यात्मिकता के लिए जाना जाता है। इस आयोजन से न केवल धार्मिक भावना जुड़ी होती है बल्कि यह प्रदेश और देश के सांस्कृतिक वैभव को भी दुनिया के सामने प्रस्तुत करता है। इस बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में निकलने वाली शोभायात्रा ऐतिहासिक रूप से और भी खास मानी जा रही है, जिसे देखने के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ने की उम्मीद है।