
गन्ना विभाग में कार्यरत गन्ना पर्यवेक्षक को पदोन्नति का इंतजार है, विभाग में गन्ना पर्यवेक्षक के पद पर कार्य करते इन कर्मचारियों को 36 वर्ष बीत गये, लेकिन इनकी पदोन्नति नहीं की गई, पदोन्नति गन्ना विकास निरीक्षक के पद पर होनी है। यह जानकारी उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के महामंत्री अतुल मिश्रा ने मंगलवार को दी है।
अतुल मिश्रा ने कहा यह अत्यन्त खेद का विषय है कि मुख्य सचिव द्वारा समस्त विभागों को कई बार शासनादेश जारी करते हुए निर्देशित किया है कि कर्मचारियों की पदोन्नति समय पर की जाये, लेकिन गन्ना विभाग ने शासनादेशों को अनदेखी कर पदोन्नति की प्रक्रिया को विगत कई वर्ष से लम्बित रखे हुये है, जिससे कर्मचारियों को आर्थिक हानि उठानी पड़ा रही है, जो बिलकुल भी उचित नहीं हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी कई बार बैठकों में कड़े निर्देश दिये हैं कि सरकार कर्मचारियों की समस्याओं के निस्तारण के लिए प्रयत्नशील है और समाधान कर भी रही है। अधिकारी भी इसे महत्वपूर्ण समझे और प्रत्येक माह कर्मचारी संगठनों के साथ वार्ता करें, जिससे कर्मचारियों की समस्याओं का निराकरण समय से हो सके। उनके निर्देश पर मुख्य सचिव ने सभी अपर मुख्य सचिव,प्रमुख सचिव, सचिव,विभागाध्यक्ष, कमिश्नर, जिलाधिकारी को संगठनों के साथ प्रत्येक माह वार्ता करें। प्राथमिकता के आधार पर समस्याओं का निस्तारण सुनिश्चित कराए ।
उन्होंने बताया कि बीते दो वर्षों से कई विभागों के अधिकारी को पत्र लिखकर बैठक करने के लिए अनुरोध किया गया, लेकिन कोई भी बैठक नहीं हुई । जिससे कर्मचारियों के पदोन्नति सहित कई प्रकरण लंबित पड़े हैं और कर्मचारियों में रोष व्याप्त है।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव को पत्र भेजकर अनुरोध किया है कि कर्मचारियों की समस्याओं के निराकरण के लिए पुनः प्रभावी निर्देश जारी करें। साथ ही पदोन्नति की प्रक्रिया को समय रहते पूर्ण करने के लिए विभागीय पदोन्नति प्रक्रिया (डीपीसी) शीघ्र करें।




