
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल और चीनी विदेश मंत्री वांग यी के बीच नई दिल्ली में हुई बैठक ने दोनों देशों के रिश्तों में एक नई उम्मीद जगाई है। इस बैठक में अजीत डोभाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए जल्द ही चीन का दौरा करेंगे, इसलिए आज की यह बातचीत बेहद खास है।
शांति और सद्भाव कायम रहा है: अजीत डोभाल
चीनी विदेश मंत्री के साथ बातचीत के दौरान अजीत डोभाल ने कहा कि सीमा पर शांति और स्थिरता बनी हुई है। उन्होंने कहा, “सीमाएं शांत हैं, शांति और सद्भाव कायम रहा है। हमारे द्विपक्षीय संबंध और भी मज़बूत हुए हैं।” उन्होंने पिछले साल कज़ान में राष्ट्रपति शी जिनपिंग और प्रधानमंत्री मोदी के बीच हुई मुलाकात को भी याद किया और कहा कि उस बैठक ने द्विपक्षीय संबंधों को एक नई दिशा दी है, जिससे विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति करने में मदद मिली है।
वहीं, चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने भी डोभाल से मिलकर खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सालों में दोनों देशों के रिश्तों में आए उतार-चढ़ाव किसी भी देश के हित में नहीं थे। वांग ने भी कज़ान बैठक का जिक्र करते हुए कहा कि उस मुलाकात ने सीमा विवाद के उचित समाधान और द्विपक्षीय संबंधों के विकास के लिए एक दिशा तय की थी।
31 अगस्त से 1 एक सितंबर तक चलेगा समिट
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सात सालों बाद चीन की यात्रा करने वाले हैं। वो तिआनजिन शहर में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (SCO) समिट में हिस्सा लेने के लिए चीन पहुचेंगे। ये समिट 31 अगस्त से 1 एक सितंबर तक चलेगा। प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा 2020 के गलवान संघर्ष के बाद पहली यात्रा होगी। इस बार SCO का अध्यक्ष चीन है। इस समिट में रूस, चीन, पाकिस्तान, ईरान, कजाखस्तान, उज्बेकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान जैसे देशों के शीर्ष नेता शामिल होंगे।