Love Me Movie Review : साउथ के डायरेक्टर दिल्ली राजू के भतीजे अशीह ने ‘राउडी बॉयज’ अपने फिल्मों में प्रवेश किया था। और अब अपनी दूसरी फिल्म ‘लव मी इफ यू डेयर’ के साथ आ रहे हैं। जिसे रोमांटिक हॉरर ड्रामा बताया जा रहा है। ट्रेलर अपनी भूतिया प्रेम कहानियों से दर्शकों को आकर्षित करने में सफल रही है। इस फिल्म में हमें वैष्णवी चैतन्य एक्ट्रेस की मुख्य भूमिका में दिखाई देगी। उनकी मौजूदगी में भी कई लोगों का ध्यान इस फिल्म की ओर खींचा है। फिल्म का निदेशक अरुण भीमावरवु ने किया है। इसे सिनेमाघर में रिलीज किया गया और देखते हैं कि वास्तव में यह कैसी फिल्म है। यहां यूएस प्रीमियर में एक की समीक्षा की गई है।
इस फिल्म की कहानी की बात करें तो आज अर्जुन और प्रताप यूट्यूबर है। जो नकली भूतों और प्रेतों का भंडाफोड़ करते है। प्रिया, प्रताप की गर्लफ्रेंड है। प्रताप अपने बचपन के दोस्त के लापता होने के मामले की जांच करने का फैसला करता है। लेकिन उसे बाद में पता चलता है कि आप भूतनी दिव्यावती में बदल गई है। लेकिन अर्जुन उसके इर्द-गिर की झूठी कहानी का भंडाफोड़ करना चाहता है। वह दिव्यावती के भूतिया स्थान पर जाता है। पहली मुलाकात में उसे टकराने के बाद वही रहने का फैसला करता है। अर्जुन का क्या होता है ? दिव्यावती कौन है ?आगे की कहानी जानने के लिए आपको इस फिल्म को अपने नजदीकी सिनेमा घर में देखना पड़ेगा।
‘लव मी इफ यू डेयर’ फिल्म की सिनेमैटोग्राफी की बात करें तो यह काफी अच्छी है। दिग्गज सिनेमैटोग्राफर पीसी श्री राम ने एक बार फिर अपने प्रतिभा का पंचनामा लहराया है। बैकग्राउंड स्कोर सामान्य स्क्रीन प्ले भ्रमित करने वाला है। इस फिल्म के गानों को लेकर दर्शको को काफी ज्यादा उत्साहित नहीं है।
फिल्म की कहानी वास्तविक नहीं है। इस फिल्म में भूत-प्रेत, अपराध का एक मिश्रण देखने को मिल रहा है। भ्रम और अविश्वसनीय प्रेम ट्रैक ज्यादा होने के कारण लंबी दिलचस्प नहीं रह जाती है। लव मी का पहला भाग थोड़ा सुस्त रहा है और तथा अगर इसकी कहानी की बात करें तो अभी बहुत धीमी गति से बढ़ती है। निर्देशक और निर्माता ने इस फिल्म को काफी ज्यादा उलझन में डाल दिया है। हालांकि निर्देशक ने पूरा प्रयास किया कि यह सारे उलझन आखिरी में जाकर सुलझ जाए। लेकिन फिल्म की आखिर तक आपको कोई भी कहानी समझ में नहीं आएगी।
कहानी में हमें बहुत सारे लोकप्रिय चेहरे लाकर निर्देशक कथानंद के मोड को बचाने की कोशिश करते है। लेकिन यह शुरू से ही हमें परेशान करता रहता है। इसी कारण से सस्पेंस से तत्व पकड़ बनाए रखने में संघर्ष करता है और मुख्य बात अक्सर बेखबर दिखाई देते हैं। इस रोमांटिक हॉरर ड्रामा में शायद कोई ऐसा दृश्य हो जो रोंगटे खड़े कर दे। प्रेम नाटक है जहां दोनों का अंत बुरा होता है। अंत में क्लिक हैंगर इसे एक ट्वीट के साथ हॉरर जोनर में वापस लाता है। यह देखना होता है, कि क्या निर्माता वास्तव में इस फिल्म के कमजोर कहानी और नीरज कथा के लिए सीक्वेंस लाना चाहते हैं ?
आपको बता दे की रिव्यू के हिसाब से इस फिल्म को पांच में से दो अंक दिए गए हैं। इस फिल्म का रिव्यू कुछ खास नहीं रहा है। दशकों से इस फिल्म को मिला-जुला रिव्यू मिला है। यह फिल्म दर्शकों को अपनी सीट पर बांधे रखने में एक तरीके से नाकामयाब हो गयी है। क्योंकि इस फिल्म में कुछ भी ऐसा खास नहीं है जो दर्शकों को सिनेमाघर तक खींच कर ले आए।