
अयोध्या आज खुशी के रंग में रंगा हुआ है। राम मंदिर के शिखर पर भगवा ध्वज फहराने का पल जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, रामनगरी में उल्लास की लहर दौड़ रही है। गलियों में रामधुन गूंज रही है, लोग नाच रहे हैं, आंखों में आंसू हैं और मुंह पर “जय श्रीराम” का जयघोष। पूरा शहर ऐसा लग रहा है मानो त्रेता युग फिर से जीवंत हो उठा हो।
10 सालों में मानसिक गुलामी से दिलाकर रहेंगे मुक्ति- पीएम
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भी गुलामी वाली सोच हमारे मन में गहरे बैठी हुई है। हमने भारतीय नौसेना के नए झंडे से उस औपनिवेशिक प्रतीक को पूरी तरह हटा दिया। यही दासता की मानसिकता थी जिसने भगवान श्रीराम को भी खारिज करने की कोशिश की। भारत की मिट्टी के हर कण में राम बस्ते हैं, लेकिन इस सच्चाई को भी मानसिक गुलामी ने काल्पनिक कहकर नकार दिया। आने वाले एक हजार साल तक भारत की नींव मजबूत तभी बनेगी, जब अगले दस वर्षों में हम मैकाले द्वारा थोपी गई इस गुलाम सोच से पूरी तरह मुक्त हो जाएंगे। आज की अयोध्या 21वीं सदी के विकसित भारत की रीढ़ बनकर उभर रही है।
उन्होंने आगे बताया कि अब अयोध्या में भव्य रेलवे स्टेशन है, वंदे भारत और अमृत भारत जैसी आधुनिक ट्रेनें चल रही हैं। प्राण प्रतिष्ठा के बाद से अब तक करीब 45 करोड़ भक्त यहां दर्शन कर चुके हैं। इससे अयोध्या और आसपास के क्षेत्रों में अभूतपूर्व आर्थिक समृद्धि आई है। 21वीं सदी का आने वाला दौर भारत के लिए बेहद अहम है। पिछले ग्यारह वर्षों में भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है और वह समय दूर नहीं जब हम तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बन जाएंगे।
‘सियावर रामचंद्र की जय’ के गगनभेदी नाद के साथ प्रधानमंत्री का संबोधन
मंच पर आते ही पूरे वातावरण में “सियावर रामचंद्र की जय” का जयघोष गूंज उठा। इसके बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना संबोधन शुरू किया। पीएम मोदी ने कहा कि “आज पूरा भारत राममय हो चुका है, पूरा विश्व राममय हो चुका है। सदियों के जख्म आज मरहम पा रहे हैं। सदियों की पीड़ा आज विश्राम पा रही है। सदियों का संकल्प आज सिद्धि बनकर हमारे सामने खड़ा है।”
आगे पीएम ने कहा कि आज राम मंदिर के शिखर पर धर्म-ध्वजा की स्थापना हुई है। इसका भगवा रंग त्याग की लौ है, इस पर चमकता सूर्य संकल्प की अटलता है, कोविदार वृक्ष रघुकुल की उस परंपरा का प्रतीक है जो स्वयं कष्ट सहे पर दूसरों को सुख दे। यह ध्वज केवल कपड़े का टुकड़ा नहीं, यह सत्य की विजय का घोष है, वचन की पवित्रता का संदेश है— ‘प्राण जाए पर वचन न जाए’। यह धर्म-ध्वज आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देगा कि जो कहा, वही किया जाए, जो संकल्प लिया, उसे पूरा करके ही दम लिया जाए। आज रामलला अपने भव्य सिंहासन पर विराजमान हैं, और उनके मस्तक पर लहराती यह धर्म-ध्वजा
नए भारत के नवजागरण की पहली किरण बन गई है।
जन-जन का सदियों पुराना स्वप्न हुआ साकार : मोहन भागवत
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने इस अवसर पर भावुक स्वर में कहा- “आज का दिन हम सभी के जीवन की सार्थकता का दिन है। जिन अनगिनत लोगों ने इस पावन कार्य के लिए अपने प्राण तक अर्पण कर दिए, उनकी आत्माएं आज अवश्य शांति और गर्व का अनुभव कर रही होंगी। अशोक सिंहल जैसे महान संत-नेताओं को भी ऊपर से यह दृश्य दिखाई दे रहा होगा और उनकी आत्मा को शांति मिली होगी।
8.png)
आज राम मंदिर के शिखर पर ध्वजारोहण हो चुका है। वह भगवा ध्वज, जो कभी प्राचीन काल में रामराज्य की अयोध्या में लहराया करता था, आज फिर से उसी गरिमा के साथ फहरा रहा है। इस पवित्र ध्वज पर रघुकुल का आदि चिह्न कोविदार (कुशासन) वृक्ष अंकित है। यह वृक्ष रघुवंश की त्यागमयी शासन-परंपरा का प्रतीक है—जो स्वयं कठोर धूप में खड़ा रहकर भी सबको छाया देता है, अपने फल भी दूसरों को सौंप देता है।
ध्वज पर विराजमान सूर्य एक ही पहिए वाला है—यह दर्शाता है कि कितनी ही विघ्न-बाधाएं आएं, संकल्प कभी नहीं डगमगाता। जिन पीढ़ियों ने यह स्वप्न देखा था, उन्होंने शायद कल्पना भी नहीं की होगी कि मंदिर उनके सपने से भी कहीं अधिक भव्य, दिव्य और अलौकिक बनेगा। आज वह स्वप्न साकार हो गया। यह केवल एक मंदिर का निर्माण नहीं, बल्कि सनातन भारत की आत्मा का पुनर्जागरण है।”
8.png)
सीएम योगी के उद्बोधन में झलकी नई ऊर्जा और आत्मविश्वास
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिस जोश और आत्मविश्वास के साथ संबोधन किया, वह देखते ही बनता था। उन्होंने कहा कि राम मंदिर के शिखर पर लहराता केसरिया ध्वज नए, सशक्त और आत्मनिर्भर भारत का प्रतीक है। पांच सौ वर्ष बीत गए, समय बदला, शासक बदले, पर जन-जन की आस्था न कभी डगमगाई, न कभी थमी। जब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नेतृत्व में संकल्प आगे बढ़ा, तो पूरे देश में एक ही नारा गूंजता रहा— “रामलला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे।”
9.png)
ध्वज का अद्भुत प्रतीकात्मक स्वरूप
राम जन्मभूमि मंदिर के गगनचुंबी शिखर पर फहराया गया यह ध्वज 10 फीट ऊंचाई और 20 फीट लंबाई वाला समकोण त्रिभुजाकार है। इस पर तेजोमय सूर्य की आकृति बनी है, जो मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के तेज, पराक्रम और जीवनदायी शक्ति का प्रतीक है। साथ ही कोदंड (कोविदारा) वृक्ष की छवि अंकित है और बीच में पवित्र ‘ॐ’ चिह्न सुशोभित है, जो सनातन संस्कृति की अनादि ध्वनि और सर्वोच्च चेतना का संदेश देता है। यह ध्वज केवल कपड़े का टुकड़ा नहीं, अपितु विजय, श्रद्धा और सांस्कृतिक पुनर्जागरण का जीवंत घोषणापत्र है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और RSS प्रमुख मोहन भागवत ने अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर के ‘शिखर’ पर औपचारिक रूप से भगवा ध्वज फहराया।
7.png)
धर्म ध्वजा की झलक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी श्री राम जन्मभूमि मंदिर के ‘शिखर’ पर औपचारिक रूप से भगवा झंडा फहराएंगे। आपको बता दें की झंडा पारंपरिक उत्तर भारतीय नागर आर्किटेक्चरल स्टाइल में बने शिखर पर फहराया जाएगा, जबकि मंदिर के चारों ओर बना 800 मीटर का परकोटा, जो दक्षिण भारतीय आर्किटेक्चरल परंपरा में डिज़ाइन किया गया है। मंदिर की आर्किटेक्चरल विविधता को दिखाता है।
17.png)
प्रधानमंत्री ने की भगवान राम और माता अन्नपूर्णा मंदिर में की पूजा-अर्चना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीएम योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के साथ श्री राम जन्मभूमि मंदिर में ऐतिहासिक ध्वजारोहण से पहले माता अन्नपूर्णा मंदिर में पूजा-अर्चना की। इसके बाद पीएम मोदी और RSS प्रमुख डॉ. मोहन भागवत के साथ भगवान राम की आरती की। इस बीच मंदिर के पुजारी और अन्य पुरोहितों लगातार मंत्रोचारण करते रहे।
18.png)
सप्तमंदिर के किए दर्शन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सप्तमंदिर पहुंचे, जहां महर्षि वशिष्ठ, महर्षि विश्वामित्र, देवी अहिल्या, महर्षि वाल्मीकि, महर्षि अगस्त्य, निषादराज गुहा और माता शबरी से जुड़े मंदिर के दर्शन कर रहे हैं।
17.png)
प्रधानमंत्री मोदी ने किया रोड शो
साकेत कॉलेज के मुख्य द्वार से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रोड शो शुरू करते हुए राम मंदिर पहुंचे हैं। रामपथ के दोनों तरफ हजारों लोग स्वागत के लिए मौजूद हैं। प्रधानमंत्री का अयोध्यावासियों का भव्य तरह से अभिवादन किया।
19.png)
देशभर से आए साधु-संत
रायबरेली के डलमऊ से आए स्वामी नरोत्तमानंद गिरि ने कहा, ‘‘यह अत्यंत सौभाग्य का दिन है। यह क्षण घोर तपस्या के बाद आया है और ध्वजारोहण में शामिल होना मेरे लिए अत्यंत सौभाग्य की बात है।’’ राम मंदिर आंदोलन के शुरुआती दौर से जुड़े 95 वर्षीय संत देवेंद्रानंद गिरि भावुक नजर आए। उन्होंने कहा कि जीवन में इस दिन को देखने की उम्मीद उन्होंने कभी नहीं की थी। उन्होंने कहा, ‘‘इस उम्र में मंदिर का निर्माण पूरा होते देखना मुझे अपार आनंद देता है।’’
17.png)
राम मंदिर ट्रस्ट के विशेष आमंत्रित सदस्य गोपाल राव ने कहा कि समारोह में मुख्य रूप से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत शामिल होंगे। उन्होंने कहा, ‘‘अनुष्ठान पूरे हो चुके हैं।
17.png)
श्री राम जन्मभूमि मंदिर में राम लल्ला की पोशाक डिज़ाइनर मनीष त्रिपाठी ने ‘ध्वजारोहण समारोह’ पर कहा :
“आज पूरे देश में अपार उत्साह है। यह हमारे लिए अत्यंत गौरवमयी क्षण है। हर व्यक्ति इस समय गर्व से भर उठा है। इस कालखंड में जन्म लेना अपने आप में महान सौभाग्य की बात है कि हमने अपने जीवनकाल में ही भव्य राम मंदिर का निर्माण होते देखा और आज इसका ध्वजारोहण भी देख रहे हैं।
ब्राह्मणों के राजा, मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम लल्ला के लिए वस्त्र सजाना, उनके लिए पोशाक तैयार करना… यह एहसास शब्दों में बयाँ नहीं किया जा सकता। आज के पावन अवसर के लिए भी हमने विशेष पोशाक तैयार की है। यह हमारे जीवन का सबसे सौभाग्यशाली और अविस्मरणीय क्षण है।”
19.png)
अयोध्या में पीएम मोदी का भव्य स्वागत
राम मंदिर के ऐतिहासिक ध्वजारोहण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रामनगरी में आ चुके हैं। सुबह करीब 9:30 बजे विशेष विमान से महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरते ही पूरे एयरपोर्ट पर “जय श्रीराम” और “मोदी-मोदी” के नारे गूंज उठे।
21.png)
साकेत कॉलेज हेलीपैड पर भव्य अगवानी
एयरपोर्ट से तीन हेलीकॉप्टरों के काफिले में पीएम मोदी सीधे साकेत कॉलेज के विशेष हेलीपैड पर पहुँचे। वहाँ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक, स्थानीय सांसद-विधायक और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने फूलमालाओं और आरती के साथ उनका जोरदार स्वागत किया। हेलीपैड को फूलों से इतनी खूबसूरती से सजाया गया था कि मानो पूरा मैदान केसरिया-लाल-पीला हो गया हो।
19.png)
अमावस्या मंदिर में 15 हजार लोगों के लिए फ्री प्रसाद
इधर, ध्वजारोहण समारोह में आए लाखों श्रद्धालुओं और आम जनता के लिए अमावस्या राम मंदिर (मनीराम दास छावनी) में दिन-रात मुफ्त महाप्रसाद का वितरण शुरू हो गया है। भंडारे के संचालक मनीराम जी ने बताया, “यह पटना के महावीर मंदिर के ट्रस्ट के आचार्य किशोर कुणाल जी की प्रेरणा से शुरू हुई नई परंपरा है। आज से हम रोज़ाना तीन समय नाश्ता, दोपहर और रात का गरमागरम शुद्ध सात्विक भोजन बांट रहे हैं।
सुबह 8 से 10 बजे : नाश्ता प्रसाद
11 बजे से दोपहर 3 बजे : भोजन
शाम 7 से रात 9 बजे : रात्रि भोजन
आज पहले दिन ही आम जनता के लिए 10 हजार और प्रशासन-सेना के जवानों के लिए 5 हजार पैकेट तैयार किए गए हैं। यह सिलसिला रोज़ाना चालू रहेगा।”
कुछ ऐसा है धर्म ध्वज
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने कहा कि यह ध्वज भगवा रंग का होगा, 10 फुट चौड़ा और 20 फुट लंबा तथा तिकोना होगा। उन्होंने कहा कि इस पर ‘सूर्य’, ‘ओम’ और कोविदार वृक्ष के चिह्न बने होंगे। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “यह रंग आग और उगते सूर्य को दिखाता है – जो त्याग और समर्पण का प्रतीक है। पूरी दुनिया को इसे अपने टेलीविज़न और मोबाइल स्क्रीन पर देखने का मौका मिलेगा।”
18.png)
अयोध्या की दिव्यता ने विदेशी मेहमानों को बनाया मुरीद
देश ही नहीं विदेशों से आने वाले पर्यटक भी अयोध्या के बदलते स्वरूप को देखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों की खुलकर तारीफ कर रहे हैं। रूस से आई पर्यटक ईवा ने कहा कि अयोध्या एक भव्य और सुंदर आध्यात्मिक नगर के रूप में विकसित हुआ है। उन्होंने बताया कि यहां ठहरने और सुविधाओं की विश्वस्तरीय व्यवस्था है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की। धर्म ध्वज स्थापना कार्यक्रम को लेकर दर्शनार्थियों में भारी उत्साह है। पुणे से आए दर्शनार्थी शिव नारायण ने कहा कि अयोध्या का विकास मोदी और योगी आदित्यनाथ की दृढ़ इच्छाशक्ति का परिणाम है। अयोध्या के आर्थिक विकास में होटल और रेस्टोरेंट कारोबार महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
21.png)
चप्पे-चप्पे पर फूलों की मालाएं, रंग-बिरंगे तोरण, दीपों की कतारें और भव्य लाइटिंग से अयोध्या सचमुच नई दुल्हन की तरह दमक रही है। सड़कें चमक रही हैं, दीवारें राममय हो चुकी हैं और हवा में भक्ति का सुगंध घुला हुआ है।
21.png)
संतों का उत्साह चरम पर
एक प्रमुख संत ने भावुक होते हुए कहा, “मैं कई बार राम मंदिर जा चुका हूं, लेकिन आज का दिन कुछ और ही है। आज रामलला के मंदिर पर भगवा ध्वज लहराएगा, प्रधानमंत्री के हाथों। यह मेरी जिंदगी का सबसे बड़ा सौभाग्य है।”
18.png)
इकबाल अंसारी ने भी कहा – “यह गर्व का दिन है”
रामजन्मभूमि विवाद के प्रमुख पक्षकार रहे इकबाल अंसारी को भी ध्वजारोहण समारोह का न्योता मिला है। उन्होंने दिल खोलकर कहा, “अयोध्या सबकी है, सभी धर्मों की है। यहां की मिट्टी पवित्र है। राम मंदिर बन गया, अब प्रधानमंत्री झंडा फहराएंगे – यह बहुत बड़ी बात है। पूरे देश-दुनिया में खुशी की लहर है। मुझे बुलाया गया है, मैं जरूर जाऊंगा। यह गर्व का पल है।”
21.png)
रामलला का दरबार सज चुका है, भक्तों का हुजूम उमड़ रहा है और अयोध्या आज सिर्फ एक शहर नहीं, जीता-जागता राममय स्वर्ग बन चुका है।
रामनगरी के कर्मयोगी सफाई कर्मचारी
रामनगरी अयोध्या मंगलवार को विवाह पंचमी के पावन अवसर पर इतिहास रचेगी, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य शिखर पर भगवा ध्वज चढ़ाएंगे। यह केवल धार्मिक समारोह नहीं, बल्कि सदियों की आस्था की साकार यात्रा है, लेकिन इस भव्यता के पीछे अनगिनत अनसुने चेहरे हैं। सफाई कर्मचारी और समर्पित सेवादार, जो दिन-रात एक कर राम मंदिर को इस ऐतिहासिक क्षण के लिए तैयार कर रहे हैं। इन कर्मयोगियों की कहानियां राम के आदर्शों की तरह ही त्याग, समर्पण और निस्वार्थ सेवा की मिसाल हैं। नगर आयुक्त जयेंद्र कुमार ने बताया कि सरयू घाट से राम मंदिर तक हर कोना चमक रहा है। फूलों की सजावट, मरम्मत इत्यादि सब कुछ पूर्ण है। सफाई कर्मचारियों की मेहनत अयोध्या को दुल्हन की तरह सजा रही है। नगर निगम के स्वच्छता अभियान में सैकड़ों मजदूर लगे हैं, जो 23 नवंबर से प्लास्टिक मुक्त अभियान चला रहे हैं।
21.png)
पीएम के काफिले में शामिल रहेंगी तीन एंबुलेंस
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अयोध्या दौरे को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने व्यापक चिकित्सीय तैयारियां पूरी कर ली हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुशील कुमार बानियान ने बताया कि प्रधानमंत्री के काफिले में तीन एडवांस्ड लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस लगातार साथ चलेंगी। इनमें विशेषज्ञ चिकित्सक, कार्डियक मॉनिटर, वेंटिलेटर और सभी जरूरी दवाएं उपलब्ध रहेंगी। इसके अलावा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत के लिए भी तीन वरिष्ठ चिकित्सकों की अलग टीम तैनात रहेगी। प्रधानमंत्री के दौरे को ध्यान में रखते हुए श्रीराम अस्पताल में पहले से आरक्षित 10 बेडों की संख्या बढ़ाकर 40 कर दी गई है। सभी बेड आईसीयू स्तर के होंगे, जिनमें ऑक्सीजन, वेंटिलेटर और कार्डियक सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी। अस्पताल परिसर में अतिरिक्त जनरेटर और ऑक्सीजन प्लांट को 24 घंटे अलर्ट मोड पर रखा गया है।
ध्वजारोहण को लेकर अभाविप की हुई बैठक
श्री राम जन्मभूमि में आयोजित ध्वजारोहण कार्यक्रम की तैयारी को लेकर सोमवार को सर्किट हाउस में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कार्यकर्ताओं की बैठक हुई। प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि ध्वजारोहण कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी के आगमन पर साकेत महाविद्यालय इकाई द्वारा जगह-जगह स्वागत की कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारियां दी गई हैं। अभाविप के पूर्व संगठन मंत्री रहे शाही ने कहा कि जन्मभूमि में ध्वजारोहण हमारे लिए सुखद अवसर है। बैठक में विभाग प्रमुख नागेंद्र सिंह, संगठन मंत्री अंकित भारतीय प्रांत, संयोजक शिवम् मिश्रा, अंकुर सिंह, अंशुमान सिंह सहित कार्यकर्ता मौजूद रहे।




