
ढाकाः बांग्लादेश का रिटायर्ड जनरल अब्दुल्लाहिल अमान आज़मी पाकिस्तान के पूर्व जनरल व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ व मौजूदा पाक आर्मी चीफ असीम मुनीर की तर्ज पर भारत के टुकड़े-टुकड़े होने का सपना देख रहा है। “डेली टाइम्स ऑफ बांग्लादेश” में छफी खबर के अनुसार ब्रिगेडियर जनरल (सेवानिवृत्त) अब्दुल्लाहिल अमान आज़मी ने एक बयान में कहा है कि जब तक “भारत के टुकड़े-टुकड़े नहीं होंगे, तब तक बांग्लादेश को पूरी शांति नहीं मिलेगी।” यह बांग्लादेशी जनरल इससे पहले भी पाकिस्तान के इशारे पर भारत के खिलाफ जहर उगलता रहा है।
भारत के खिलाफ बांग्लादेश जनरल के जेहन में भरा है जहर
ब्रिगेडियर जनरल (सेवानिवृत्त) अब्दुल्लाहिल अमान आज़मी बांग्लादेश के पूर्व सैन्य अधिकारी और जमात-ए-इस्लामी के दिवंगत नेता गुलाम आज़म का बेटा है, जिसने मंगलवार को ढाका में एक चर्चा सभा में भारत के खिलाफ फिर से आग उगली है। आजमी ने कहा, “जब तक भारत के टुकड़े-टुकड़े नहीं हो जाते, तब तक बांग्लादेश को पूर्ण शांति कभी नहीं मिल सकती। उसने आरोप लगाया कि भारत हमेशा बांग्लादेश के अंदर अशांति बनाए रखता है।” राष्ट्रीय प्रेस क्लब में चिटागॉन्ग हिल ट्रैक्ट्स शांति समझौते की 28वीं वर्षगांठ से पहले ‘सर्वभौमत्व सुरक्षा परिषद’ द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में आज़मी ने भारत पर चिटागॉन्ग हिल ट्रैक्ट्स में भी अशांति पैदा करने का आरोप लगाया।
शेख मुजीबुर रहमान और हसीना के खिलाफ भी जहरीले बोल
बांग्लादेश रिटायर्ड जनरल ने कहा, “शेख मुजीबुर रहमान के शासनकाल में मनबेंद्र नारायण लारमा के नेतृत्व में पर्वतीय चटगांव जनसंहति समिति (PCJSS) बनी थी। इसका सशस्त्र विंग शांति बाहिनी थी। भारत ने इन्हें शरण दी, हथियार दिए, ट्रेनिंग दी। नतीजा यह हुआ कि 1975 से 1996 तक पहाड़ी इलाकों में खून की होली खेली गई।”सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर ने 1997 में हसीना सरकार द्वारा हस्ताक्षरित चिटागॉन्ग हिल ट्रैक्ट्स शांति समझौते को “तथाकथित” करार देते हुए इसकी कड़ी आलोचना की। उसने कहा, “खगराचारी स्टेडियम में शांति बाहिनी का हथियार सौंपना सिर्फ दिखावा था। अंदरूनी तौर पर उनकी सशस्त्र गतिविधियां जारी रहीं और बाद में UPDF (यूनाइटेड पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट) का गठन हुआ।”
भारत के साथ बांग्लादेश के करीबी संबंधों से कुढ़ता है जनरल
रिटार्यड जनरल आजमी को यह पसंद नहीं है कि बांग्लादेश कभी भी भारत के करीब आए। ऐसा होने पर उसे बेहद कुढ़न होती है। आजमी का सपना भारत के टुकड़े-टुकड़ने होते देखना है। यही सपना पाकिस्तान के आर्मी चीफ असीम मुनीर का है और उससे पहले परवेज मुशर्रफ का भी था, जो कभी पूरा नहीं हो सका। अब बांग्लादेश का यह जनरल सेवानिवृत्त होने के बाद भारत के खिलाफ अपनी भड़ास निकाल रहा है।
चिटागॉन्ग हिल ट्रैक्ट्स में की सेना तैनात करने की मांग
आज़मी ने पिछले सरकार के कार्यकाल में चिटागॉन्ग हिल ट्रैक्ट्स से करीब दो सौ आर्मी कैंप हटाने के फैसले को भी निशाना बनाया। साथ ही कहा, “इन कैंपों को हटाने से उग्रवादी गतिविधियां बढ़ीं और इलाके पर नियंत्रण कमजोर हो गया।”अंत में उसने मांग की कि चिटागॉन्ग हिल ट्रैक्ट्स में स्थिरता बहाल करने के लिए तुरंत चार ब्रिगेड सेना तैनात की जाए। आजमी का यह बयान ऐसे समय आया है जब बांग्लादेश में भारत-विरोधी भावनाएं पहले से ही चरम पर हैं और अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हमलों की खबरें लगातार आ रही हैं। आज़मी का यह बयान दोनों देशों के बीच तनाव को और बढ़ाने वाला माना जा रहा है।




