
केंद्रीय कैबिनेट ने 7,280 करोड़ रुपये के खर्च से रेयर अर्थ मैग्नेट की मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने की स्कीम को मंजूरी दे दी है। इसकी जानकारी बुधवार को I&B मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव ने दी। वैष्णव ने कहा कि पुणे मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के फेज-2 के तहत लाइन 4 (खराड़ी–हडपसर–स्वारगेट–खड़कवासला) और लाइन 4A (नाल स्टॉप–वारजे–माणिक बाग) को भी मंज़ूरी दे दी गई है। लगभग 31.6 किमी लंबी इन दोनों लाइनों में 28 एलिवेटेड स्टेशन होंगे। खबर के मुताबिक, करीब 9,857.85 करोड़ रुपये की लागत वाला यह प्रोजेक्ट 5 साल में पूरा होगा और भारत सरकार, महाराष्ट्र सरकार और बाहरी फंडिंग एजेंसियों द्वारा संयुक्त रूप से वित्तपोषित किया जाएगा।
यातायात को मिलेगा बढ़ावा
खबर के मुताबिक, नई मेट्रो लाइनों से खराड़ी IT पार्क, हडपसर इंडस्ट्रियल क्षेत्र, स्वारगेट, सिन्हगड रोड, करवे रोड और मुंबई–बेंगलुरु हाईवे जैसे व्यस्त मार्गों पर ट्रैफिक कम होगा और शहर में तेज, सुरक्षित और हरित यातायात को बढ़ावा मिलेगा। यह दोनों लाइनें अन्य मेट्रो कॉरिडोर—स्वारगेट (लाइन 1), खराड़ी बायपास और नाल स्टॉप (लाइन 2)—से सहज रूप से जुड़ेंगी। हडपसर रेलवे स्टेशन पर इंटरचेंज की सुविधा भी होगी।
दैनिक यात्री संख्या में आएगी जोरदार तेजी
उम्मीद जताई जा रही है कि संयुक्त दैनिक यात्री संख्या 2028 में 4.09 लाख से बढ़कर 2058 तक 11.7 लाख से अधिक हो जाएगी। महा-मेट्रो इस परियोजना को लागू करेगी और निर्माण से लेकर सभी सिस्टम कार्य संभालेगी। इस मंज़ूरी के साथ पुणे मेट्रो नेटवर्क 100 किमी से आगे निकल जाएगा, जिससे शहर को भविष्य में और बेहतर, तेज़ और टिकाऊ सार्वजनिक परिवहन का लाभ मिलेगा।




