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मणिपुर के लोगों के जज्बे को सलाम… चुराचांदपुर में रैली को संबोधित करते हुए बोले प्रधानमंत्री मोदी

चुड़ाचांदपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मणिपुर के विकास और यहां के लोगों की समस्याओं के समाधान में केंद्र सरकार के पूरे सहयोग का आश्वासन देते हुए राज्य के सभी संगठनों से शांति का रास्ता अपनाने की पुरजोर अपील की है। जातीय हिंसा से उबर रहे राज्य के एक दिन के दौरे पर आये मोदी ने शनिवार को यहां पीस ग्राउंड में आयोजित एक सभा के मंच से मणिपुर में सामाजिक और आर्थिक बुनियादी ढांचे के विकास के लिए 7300 करोड़ रुपये की 19 परियोजनाओं का रिमोट कंट्रोल से शिलान्यास किया।

इस मौके पर राज्यपाल अजय भल्ला भी मौजूद थे। प्रधानमंत्री ने राज्य में हिंसा की पिछली घटनाओं को दुर्भाग्यपूर्ण बताया लेकिन विश्वास व्यक्त किया कि राज्य की जनता मिलजुल कर प्रगति की राह पर आगे बढ़ेगी। उन्होंने कहा, ‘ मैं सभी संगठनों से अपील करूंगा कि शांति के रास्ते पर आगे बढ़कर अपने सपनों को साकार करें। मैं आपके साथ हूं.. भारत सरकार मणिपुर के लोगों के साथ है।” सभा से पहले उन्होंने जातीय हिंसा के कारण विस्थापित हुए लोगों के शिविर में जाकर उनके मुलाकात भी की।

मोदी ने इस बात पर संतोष जताया कि मणिपुर में पहड़ी क्षेत्र और घाटी क्षेत्र में अलग अलग समूहों के साथ समझौते के लिए बातचीत हुई है। उन्होंने कहा, ‘यह केंद्र सरकार के प्रयासों का हिस्सा है.. जिसमें संवाद, सम्मान और आपसी समझ को महत्व देते हुए शांति की स्थापना के लिए काम किया जा रहा है।’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मणिपुर के नाम में ही मणि है, यह वह मणि है जो आने वाले समय में पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र की चमक को बढ़ाने वाली है।’

उन्होंने कहा कि केंद्र का यह निरंतर प्रयास है कि मणिपुर को विकास के रास्ते पर तेजी से आगे ले जाया जाये और उनकी आज की यह यात्रा उन्हीं प्रयासों का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि आज मंच से उन्होंने जिन परियोजनाओं का शिलान्यास किया है उससे पहाड़ी इलाकों में रहने वाले लोगों और जनजातीय समाज के लोगों की जिंदगी और बेहतर होगी। केंद्र सरकार विकास की राह पर मणिपुर की यात्रा की गति तेज करने का प्रयास लगातार कर रही है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि मणिपुर की राजधानी इम्फाल जल्दी ही राष्ट्रीय रेलनेटवर्क से जुड़ने वाला है। उन्होंने कहा, ‘ जीरीबाम-इम्फाल रेलवे लाइन बहुजल्द राजधानी इम्फाल को राष्ट्रीय रेल नेटवर्क से जोड़ देगी।’ श्री मोदी ने कहा कि मणिपुर की सीमा अन्य देशों से लगती है और यहाँ सम्पर्क सुविधाओं की कमी हमेशा से एक चुनौती रही है जिसके कारण लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता रहा है।

उन्होंने कहा, ‘ इसलिए, 2014 से, मैंने मणिपुर में कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने पर बहुत ज़ोर दिया है। इसके लिए, भारत सरकार ने दो स्तरों पर काम किया है। पहला, हमने रेल और सड़क परियोजनाओं के लिए बजट में कई गुना वृद्धि की है। दूसरा, हमने शहरों से गाँवों तक सड़कें बनाने पर ध्यान केंद्रित किया है। हाल के वर्षों में, यहाँ राष्ट्रीय राजमार्गों पर 3,700 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं और 8,700 करोड़ रुपये के निवेश से नए राजमार्गों पर काम चल रहा है। ”

मोदी ने कहा कि चूड़ाचांदपुर और पूरे मणिपुर की संस्कृति और यहां की विविधता भारत का सामर्थ्य है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत बहुत तेजी से विकसित हो रहा है। हम बहुत जल्द दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने वाले हैं। हमने देशभर में गरीबों के लिए पक्के घर बनाने की योजना शुरू की है । इसका फायदा मणिपुर के भी हजारों परिवारों को मिला। बीते सालों में 15 करोड़ से अधिक देशवासियों को नल से जल की सुविधा मिल चुकी है।

उन्होंने कहा कि मणिपुर में 7-8 साल पहले तक सिर्फ 25-30 हजार घरों में ही पाइप से पानी आता था। आज यहां साढ़े तीन लाख से अधिक घरों में नल से जल की सुविधा मिल रही है। आने वाले समय में पूरे राज्य में हर घर को यह सुविधा हो जाएगी। श्री मोदी ने कहा एक समय था जब दिल्ली में लिए गये फैसलों को यहाँ तक पहुँचने में दशकों लग जाते थे। आज, हमारा चुड़ाचांदपुर, हमारा मणिपुर, देश के बाकी हिस्सों के साथ मिलकर प्रगति कर रहा है। जैसे हमने देश भर के गरीबों के लिए पक्के मकान बनाने की घोषणा की, मणिपुर को भी इसका लाभ मिला है।

मणिपुर में मेडिकल कालेज सुविधाओं के विस्तार तथा आयुष्मान भारत योजना से लोगों के मिल रहे लाभ का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इस योजना से राज्य के लोगों का 350 करोड़ रुपये का मुफ्त इलाज संभव हो सका है। श्री मोदी ने कहा कि केंद्र मणिपुर में विस्थापित लोगों के लिए 7000 घर बनाने के लिए मदद दे रहा है।

मणिपुर के लिए 3000 कराेड़ रुपये का एक स्पेशल विकास पैकेज तथा विस्थापितों की मदद के लिए 500 करोड़ का पैकेज दिया गया है। जनजातीय समुदाय के आदिवासी युवावों की चिंताओं को दूर करने के लिए अलग अलग समाधान किये जा रहे हैं। उन्होंने इसके लिए स्थानीय निकायों को मजबूत किये जाने की आवश्यकता पर भी बल दिया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि जनजातियों का विकास केंद्र सरकार की एक विशेष प्राथमिकता है। इसी संदर्भ में उन्होंने जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान का भी उल्लेख किया। मणिपुर के करीब 500 गावों में भी यह कार्यक्रम चलाया जा रहा है। मणिपुर की संस्कृति में महिलाओं के विशिष्ट स्थान का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा कि उनकी सरकार भी महिलाओं के नेतृत्व में विकास को प्रोत्साहन दे रही है।

मौसम खराब होने की वजह से प्रधानमंत्री को हवाई अड्डे से चुड़ाचांदपुर के पीस ग्राउंड तक सड़क मार्ग से जाना पड़ा। उन्होंने सभा में इस बात का उल्लेख करते हुए कहा, ‘ जब मौसम की वजह से मेरा हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर सका, तो मैंने सड़क मार्ग से यात्रा करने का विकल्प चुना। सड़क किनारे लोगों ने हाथों में तिरंगा लेकर मेरा स्वागत किया। मुझे जो गर्मजोशी और प्यार मिला, उसे मैं कभी नहीं भूल पाऊँगा। मैं मणिपुर के लोगों के प्रति सम्मानपूर्वक अपना सिर झुकाता हूँ।”

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