आम आदमी पार्टी (आप) पर इंडिया गठबंधन छोड़ने का लगातार दबाव बनाया जा रहा है। इसी कड़ी में आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के पीछे एक सोचे समझे षड़यंत्र के तहत प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को लगाकर जल्द गिरफ्तारी की साजिश की जा रही है। जिस प्रकार चंडीगढ़ मेयर चुनाव में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है, उन्हें यह बर्दाश्त नहीं हो रहा। यह बात पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने शुक्रवार को चंडीगढ़ में प्रेसवार्ता में कहीं। प्रेसवार्ता में हरपाल चीमा से पंजाब में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन पर सवाल पूछा गया। इस पर उन्होंने कहा यह फैसला पार्टी हाईकमान करेगा। इस दौरान पर्यटन मंत्री अनमोल गगन मान भी मौजूद रहीं। चीमा ने कहा गठबंधन को छोड़ने को लेकर आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के अलावा अन्य नेताओं पर भी दबाव बनाया जा रहा है।
दरअसल वित्त मंत्री चीमा ने कहा कि 2024 लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहा है। भाजपा को इन चुनाव में इंडिया गठबंधन के हाथों अपनी हार नजर आ रही है। क्योंकि पिछले 10 सालों से केंद्र की भाजपा सरकार हर मोर्चे पर बुरी तरह विफल रही है। भ्रष्टाचार, महंगाई और बेरोजगारी रोज नई ऊंचाइयां छू रही है। वे हर साल दो करोड़ नौकरियां देने में विफल रहे। किसानों की आय दोगुनी करने के बजाय जैसा कि उन्होंने चुनाव से पहले वादा किया था, उन्होंने किसानों को अपने बुनियादी अधिकारों के लिए आंदोलन करने पर मजबूर कर दिया है। लोग बीजेपी के खिलाफ गुस्से से भरे हैं और उन्हें हराने के लिए एकजुट हो रहे हैं। इसीलिए बीजेपी इंडिया गठबंधन से डर रही है। चीमा ने कहा अब तक ईडी केजरीवाल को सात समन भेजे हैं। वे हमें इंडिया गठबंधन से बाहर करने के लिए जल्द ही उन्हें गिरफ्तार करने की योजना बना रहे हैं।
सिर्फ नाम का घोटाला अब तक कोई बरामदगी नहीं
चीमा ने कहा कि आप के वरिष्ठ नेताओं को शराब घोटाला मामले में झूठे मुकदमे दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है। सिर्फ नाम के इस घोटाले में अब तक हजार से ऊपर छापामारी हो चुकी है लेकिन जांच एजेंसियों को कुछ नहीं मिला है। आप के किसी नेता के ठिकानों, घर, कार्यालय या बैंक खातों तक में कोई पैसों के सबूत नहीं मिले हैं, क्योंकि कोई घोटाला हुआ ही नहीं है।
यह आम आदमी पार्टी को रोकने के लिए फर्जी मामला बनाया गया है। कैबिनेट मंत्री अनमोल गगन मान ने कहा कि चंडीगढ़ मेयर चुनाव में इंडिया गठबंधन ने बीजेपी को हराया। यह सिर्फ एक ट्रेलर था। बीजेपी जानती है कि जहां भी आम आदमी पार्टी इंडिया गठबंधन के साथ होगी, वहां वे जीत नहीं सकते। इसीलिए बीजेपी ने दिनदहाड़े लोकतंत्र की हत्या कर चंडीगढ़ चुनाव जीतने की भी कोशिश की लेकिन फिर भी उन्हें हार का सामना करना पड़ा।