हम जियेंगे स्वदेशी के लिए, मरेंगे अपने देश के लिए… युवा पीढ़ी से CM योगी ने की यह खास अपील
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को स्वदेशी वस्तुओं को आत्मसात करने का आह्वान करते हुये कहा कि स्वदेशी को जीवन का मंत्र बनाने से दुनिया की कोई ताकत भारत का बाल भी बांका नहीं कर पायेगी। काकोरी ट्रेन एक्शन शताब्दी समारोह के समापन पर देश की स्वतंत्रता के लिए बलिदान देने वाले क्रांतिकारियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए योगी ने युवा पीढ़ी से राष्ट्रभक्ति और स्वदेशी अपनाने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा “स्वदेशी हमारे जीवन का ध्येय बने, स्वदेशी हमारे जीवन का मंत्र बने, हम जियेंगे स्वदेशी के लिए, हम मरेंगे अपने देश के लिए। अपनी राष्ट्रभक्ति की इस पराकाष्ठा के साथ जब भारत आगे बढ़ेगा तो दुनिया की कोई ताकत भारत का बाल भी बांका नहीं कर पाएगी। आजादी का यह संदेश हम सबको इस उद्देश्य के साथ आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित कर रहा है।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की आर्थिक ताकत भी राष्ट्रनिर्माण से जुड़ी है और जब हम विदेशी वस्तुएं खरीदते हैं, तो न सिर्फ हमारा पैसा विदेश जाता है, बल्कि वही पैसा आतंकवाद और उग्रवाद में उपयोग होता है। उन्होंने अपील की कि आने वाले त्यौहारों (रक्षाबंधन, जन्माष्टमी, दशहरा, दीपावली, छठ) में स्वदेशी वस्तुएं ही उपहार में दें और खरीदें।
उन्होंने कहा कि पर्व और त्योहारों में जब हम इस दौरान कोई स्वदेशी वस्तु खरीदते हैं तो हमारे हस्तशिल्प और कारीगर काम पाते हैं। यह देश के विकास, उत्थान में खर्च होगा। हम जो भी उपहार देंगे या अपने घर के लिए खरीदेंगे, भले ही तात्कालिक रूप से थोड़ा महंगा हो, लेकिन वही खरीदेंगे जो स्वदेशी होगा। मुख्यमंत्री ने 2 अक्टूबर को हर उत्तर प्रदेशवासी से गांधी आश्रम जाकर खादी खरीदने का संकल्प लेने की अपील की।
उन्होने काकोरी ट्रेन एक्शन में शहीद हुए देश के सपूतों को नमन किया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कार्यक्रम स्थल पर पीपल का पौधा भी लगाया। छोटी बालिकाओं के हाथों राखी भी बंधवाई और बेटियों को मिठाई और चॉकलेट भी उपहार में दी। इसके बाद उन्होंने म्यूजियम में सेल्फी और फोटोशूट भी कराया।
मुख्यमंत्री ने शहीद सैनिकों के परिजनों को भी मंच पर सम्मानित किया, जबकि काकोरी ट्रेन एक्शन की घटना पर आधारित एक पुस्तक का भी विमोचन किया। इस दौरान संस्कृति विभाग के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन हुआ, जिसमें काकोरी ट्रेन एक्शन की उस घटना को प्रस्तुत किया गया।