उर्वरक की किल्लत को रोकने के लिए नई व्यवस्था, किसानों को प्रति हेक्टेयर 5 बोरी डीएपी और 7 बोरी मिलेगी यूरिया

- रबी में नहीं आएगी समस्या, गड़बड़ी पर होगी कार्रवाई
लखनऊ: फसल के दौरान उर्वरकों की किल्लत को रोकने के लिए सरकार ने व्यवस्था में बदलाव करके सख्ती की है। नई व्यवस्था के तहत रबी फसल में किसानों को प्रति हेक्टेयर पांच बोरी डीएपी और सात बोरी यूरिया दी जाएगी। इससे उर्वरकों का प्रयोग संतुलित मात्रा में होगा और गैर कृषि गतिविधियों या फिर कालाबाजारी व जमाखोरी नहीं हो पाएगी।
रबी में किसान आलू, सरसों, गेहूं, मक्का, दलहनी एवं तिलहनी इत्यादि फसलों की बुवाई करेंगे। जिन्हें उर्वरकों की समस्या न हो इसकी सरकार ने तैयारी कर ली है। उर्वरकों की मात्रा निर्धारित की है। उससे अधिक खरीदने या भंडारण करने पर कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा सहकारी समितियों पर जिन सचिवों के पास दो या उससे अधिक समितियों का प्रभार है तो ऐसी स्थिति में किस दिन किस बिक्री केंद्र पर बैठकर वितरण करेंगे यह सूचना केंद्रों के नोटिस बोर्ड पर अंकन करेंगे। साथ ही सूचना किसानों के मध्य प्रसारित कराएंगे, ताकि किसानों को उर्वरक प्राप्त करने की जानकारी हो सकेगी।
समिति पर सदस्यों को ही उर्वरक दी जाएगी। कृषित भूमि से संबंधित समस्त ब्योरा/विवरण उर्वरक विक्रय रजिस्टर में अनिवार्य रूप से अंकन किया जाए। जो समिति के सदस्य नहीं है, उन्हें फार्मर आईडी पर उर्वरक दी जाएगी। जिला कृषि अधिकारी तेग बहादुर सिंह ने बताया कि थोक, फुटकर, निजी व सरकारी सभी का सत्यापन करेंगे। नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
You write with so much clarity and confidence. Impressive!
I never thought about it that way before. Great insight!