
रामनगरी अयोध्या में भगवान श्रीराम के राम मंदिर का भव्य और दिव्य ध्वजारोहण हो गया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि, इसके लिए जितने लोगों ने अपने प्राण न्योछावर किए हैं, उनकी आत्मा तृप्त हुई होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, संघ प्रमुख मोहन भागवत की उपस्थिति में विधि-विधान करके, मंदिर के शिखर पर केसरिया लहराने लहराया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की मौजूदगी में करोड़ों देशवासी इन ऐतिहासिक क्षणों के साक्षी के बने।
1.png)
आरएसएस के एक्स हैंडल पर संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत की प्रतिक्रिया से जुड़ा एक पोस्ट शेयर किया गया। इसमें कहा गया कि, “आज हम सबके लिए सार्थकता का दिन है। इसके लिए जितने लोगों ने प्राण न्योछावर किए, उनकी आत्मा तृप्त हुई होगी। आज मंदिर का ध्वजारोहण हो गया। मंदिर की शास्त्रीय प्रक्रिया पूर्ण हो गई। राम राज्य का ध्वज, जो कभी अयोध्या में फहराता था, जो पूरी दुनिया में अपने आलोक से समृद्धि प्रदान करता था, वह आज धीरे-धीरे ऊपर उठते हुए अपनी आंखों से देखा है। इस भगवा ध्वज पर रघुकुल का प्रतीक कोविदार वृक्ष है। यह वृक्ष रघुकुल की सत्ता का प्रतीक है।”
1.png)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, ये पल कंधे से कंधा मिलाने का है, ये पल गति बढ़ाने का है. हमें वो भारत बनाना है जो रामराज्य से प्रेरित हो और ये तभी संभव है, जब स्वयंहित से पहले देशहित होगा, जब राष्ट्रहित सर्वोपरि रहेगा”
1.png)
पीएम ने कहा कि, “अयोध्या के पावन धाम में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में ध्वजारोहण समारोह का हिस्सा बनना मेरे लिए अत्यंत भावविभोर करने वाला अनुभव रहा। शुभ मुहूर्त में संपन्न हुआ यह अनुष्ठान हमारे सांस्कृतिक गौरव और राष्ट्रीय एकता के नए अध्याय का उद्घोष है। राम मंदिर का गौरवशाली ध्वज, विकसित भारत के नवजागरण की संस्थापना है। ये ध्वज नीति और न्याय का प्रतीक हो, ये ध्वज सुशासन से समृद्धि का पथ प्रदर्शक हो और ये ध्वज विकसित भारत की ऊर्जा बनकर इसी रूप में सदा आरोहित रहे…..भगवान श्री राम से यही कामना है। जय जय सियाराम।”




