सरकार कानून-व्यवस्था बिगाड़ने वालों को कठोरता से कुचल देगी’, सीएम योगी ने उपद्रवियों को दी कड़ी चेतावनी

लखनऊः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को विकसित यूपी@2047 के मंच से स्पष्ट चेतावनी दी कि राज्य में शांति भंग करने की किसी भी कोशिश को सरकार सख्ती से दबा देगी। त्योहारों के मौके पर अराजकता फैलाने वालों को कड़ा संदेश देते हुए उन्होंने कहा, “दशहरा बुराई और आतंक के विनाश का प्रतीक है, जो लोग भी उपद्रव मचाने की कोशिश करेंगे, उनके खिलाफ ऐसी कार्रवाई होगी कि वे भविष्य में ऐसा करने की हिम्मत नहीं जुटा पाएंगे।”
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि उपद्रवियों के खिलाफ तुरंत प्राथमिकी दर्ज की जाए और हिंसा के मुख्य साजिशकर्ताओं की संपत्तियों की जांच की जाए। शुक्रवार देर रात शीर्ष अधिकारियों के साथ कानून-व्यवस्था की समीक्षा बैठक में उन्होंने ‘शून्य सहनशीलता’ की नीति पर जोर देते हुए कहा कि हर नागरिक की सुरक्षा सरकार की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है।
‘विकसित यूपी@2047’ के लिए ग्राम पंचायतों से संवाद
सीएम योगी ने प्रदेश की 57,000 ग्राम पंचायतों के प्रधानों और सदस्यों के साथ वर्चुअल संवाद में ‘विकसित उत्तर प्रदेश@2047’ के विजन पर चर्चा की। उन्होंने कहा, “पिछले 13 और 14 अगस्त को विधानसभा सत्र में 26 से 28 घंटे तक ‘विकसित भारत, विकसित उत्तर प्रदेश’ पर चर्चा हुई थी। मेरा मानना है कि प्रदेश तभी विकसित होगा, जब ग्राम पंचायतें और क्षेत्र पंचायतें विकसित होंगी।”
उन्होंने आगे कहा, “जब जिला पंचायतें मजबूत होंगी, तो हमारी मूलभूत इकाइयां सशक्त होंगी, जिससे प्रदेश और देश का विकास होगा। कई ग्राम पंचायतों ने ‘विकसित उत्तर प्रदेश’ की नींव को मजबूत करने के लिए अपने कार्यक्रम शुरू कर दिए हैं, जो सराहनीय है।”
यूपी की अर्थव्यवस्था में उल्लेखनीय प्रगति: सीएम योगी
मुख्यमंत्री ने बताया कि 2016-17 में उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था देश में सातवें-आठवें स्थान पर थी, जब सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) 12.75 लाख करोड़ रुपये था और प्रति व्यक्ति आय केवल 43,000 रुपये थी। उन्होंने कहा, “पिछले आठ वर्षों में हमने इसे बढ़ाकर इस वित्तीय वर्ष के अंत तक जीएसडीपी को 35 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है।”