शहर में दिसंबर तक लग जाएंगे 31 PCTS, खत्म हो जाएंगे पड़ाव घर अब नहीं दिखेगा कूड़ा

शहर में दिसंबर 2025 तक 31 पोर्टेबल कॉम्पैक्टर ट्रांसफर स्टेशन (पीसीटीएस) लग जाएंगे। इनके लग जाने से खुले में बड़े पड़ाव घर खत्म हो जाएंगे और कूड़ा बाहर नहीं दिखेगा। पड़ाव घर की जगह कैप्सूलनुमा गाड़ियां खड़ी रहेंगी, जिनमें गाड़ियां कूड़ा सीधे गिरा देंगी। इन कैप्सूलनुमा पीसीटीएस को गाड़ियों की मदद से शिवरी प्लांट पहुंचाया जाएगा। इससे बदबू फैलेगी न कूड़ा गिरेगा।
महापौर सुषमा खर्कवाल ने शहर में कूड़ा प्रबंधन का काम देख रहीं लखनऊ स्वच्छता अभियान (एलएसए) और लॉयन इनवायरो कंपनी को पीसीटीएस लगाने में देरी पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है। साथ ही निर्देश दिए हैं कि दिसंबर 2025 तक हर हाल में पीसीटीएस लगाने का काम पूरा हो जाए। एलएसए कंपनी को 24 पीसीटीएस लगाने थे, जिसमें से 9 लगाए हैं। वहीं लॉयन इनवायरो ने 16 में से अभी तक एक भी पीसीटीएस नहीं लगाया है।
एक वर्ष से चल रही कवायद
खुले में बने पड़ाव घर खत्म करके उनकी जगह पीसीटीएस लगाने की कवायद नगर निगम में पिछले एक वर्ष से चल रही है। कभी टेंडर निकालने में देरी हुई तो कभी कंपनी चयनित होने के बाद टेंडर निरस्त कर दिए गए। इससे शहर में खुले में बने पड़ाव घर खत्म करने की नगर निगम की योजना धरातल पर नहीं उतर सकी। शहर में जगह-जगह सड़क किनारे बने पड़ाव घरों के बाहर तक फैली गंदगी से नगर निगम की कूड़ा प्रबंधन व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं।
पीसीटीएस लगने में देरी से वायु सर्वेक्षण में लखनऊ पिछड़ गया
शहर में पीसीटीएस लगाने में देरी का खामियाजा नगर निगम को स्वच्छ वायु सर्वेक्षण रैंकिंग में उठाना पड़ा। 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में लखनऊ नगर निगम को 15वां स्थान मिला। जबकि 2024 में नगर निगम चौथे, 2023 में 18वें और 2022 में पहले स्थान पर था। रैंकिंग गिरने का मुख्य कारण खुले में कूड़ा डालने और परिवहन से वायु प्रदूषण फैलना रहा।
पीसीटीएस लगाने की प्रक्रिया चल रही है। एलएसए ने 9 पीसीटीएस लगा दिए हैं। लॉयन इनवायरो को पीसीटीएस लगाने के लिए सख्त निर्देश दिए गए हैं। दिसंबर 25 तक सभी पीसीटीएस लगाने का काम पूरा हो जाएगा।
संजीव प्रधान, पर्यावरण अभियंता, लखनऊ नगर निगम