बरेली जाने को तैयार AAP नेताओं को पुलिस ने किया हाउस अरेस्ट, सांसद संजय सिंह बोले-”यूपी में कोई कानून नहीं”

- बरेली में मौलाना तौकीर रजा के प्रदर्शन में 26 सितंबर को हुए बवाल को लेकर जाना चाह रहे थे आप नेता
लखनऊ/ बरेली : उत्तर प्रदेश के जिला बरेली में 26 सितंबर को हुए बवाल को लेकर, राजनीतिक दलों के बीच बरेली जाने की जोर-आजमाइश जारी है। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बाद अब मंगलवार को आम आदमी पार्टी के नेता लखनऊ से बरेली के लिए निकले, लेकिन पुलिस ने उन्हें गोमतीनगर स्थित पार्टी कार्यालय पर ही रोक दिया। कुछ को हाउस अरेस्ट कर लिया गया। उधर, दिल्ली और गाजियाबाद से निकलने वाले नेताओं को भी हाउस अरेस्ट किया गया। इसको लेकर आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने राज्य सरकार को निशाने पर लिया है।
आप नेता सरबजीत मक्कड़ और नदीम अशरफ हाउस अरेस्ट किए गए। इमरान लतीफ को पार्टी कार्यालय पर रोका गया और यहां पुलिस तैनात रही। गाजियाबाद में भी एक आप नेता को नज़रबंद किया गया।
आप ने इसके खिलाफ विरोध जारी रखने का ऐलान किया है। सांसद संजय सिंह ने कहा कि, ”यूपी में लोकतांत्रिक तरीके से आवाज उठाना भी बंद है। बरेली पीड़ितों से मिलने की भी अनुमति नहीं है। न कोई आदेश न कानून। यूपी में नफरत फैलाने और गुंडागर्दी की छूट है।”
संजय सिंह ने कहा कि उनके नेताओं को बिना किसी आदेश के रोका गया है। इसमें बौद्ध प्रांत के अध्यक्ष इमरान लतीफ, अयोध्या प्रांत के अध्यक्ष विनय पटेल, अभिषेक सिंह, वंशराज दुबे शामिल हैं।
बरेली में 26 सितंबर को आईएमसी के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खान ने प्रदर्शन की कॉल की थी। जुमा की नमाज के बाद लोग सड़कों पर उतरे और पुलिस के साटा टकराव हो गया। पुलिस ने लाठियां भांजकर भीड़ को खदेड़ दिया। इस मामले में मौलाना तौकीर रजा और उनकी पार्टी के कई नेता-समर्थक और प्रदर्शनकारियों को जेल भेजा गया है, जिनकी संख्या करीब 90 के आसपास पहुंच चुकी है। कार्रवाई का सिलसिला जारी है। नेताओं और समर्थकों के घर-व्यापारिक प्रतिष्ठान बुलडोजर के निशाने पर हैं। बीडीए और नगर निगम ने जांच के आधार पर इनके विरुद्ध कार्रवाई शुरू कर दी है।
इसको लेकर पहले सपा ने एक 14 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल बरेली के लिए नियुक्त किया। नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय के नेतृत्व में ये दल लखनऊ के लिए निकलता, इससे पहले ही इससे जुड़े नेताओं को हाउस अरेस्ट कर लिया गया। सांसद इकरा हसन समेत जो नेता घर से निकले, उन्हें बीच रास्ते में रोक दिया गया था। अब आम आमदी पार्टी के प्रतिनिधि मंडल को भी पुलिस ने रोक दिया है।