उत्तर प्रदेश

मिशन शक्ति 5.0 के तहत यूपी में गूंज रहा पोषण का संदेश

पोषण और महिलाओं की आत्मनिर्भरता की दिशा में योगी सरकरा का अहम कदम

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में मिशन शक्ति के तहत महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य, सम्मान और सशक्तीकरण को बढ़ावा देने के लिए आठवां राष्ट्रीय पोषण माह और ‘स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार’ अभियान जोर-शोर से चलाया जा रहा है। यह अभियान नारी सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन के मिशन शक्ति के मूल उद्देश्यों को साकार कर रहा है, जिसका लक्ष्य महिलाओं को स्वास्थ्य, शिक्षा, आर्थिक आत्मनिर्भरता और सामाजिक सम्मान के क्षेत्र में सशक्त बनाना है।

पोषण और आत्मनिर्भरता की दिशा में योगी सरकरा का अहम कदम
बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा गर्भवती और धात्री महिलाओं को पोषण व स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। किशोरियों को पोषण, स्वास्थ्य और जीवन कौशल के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। अनुपूरक पुष्टाहार कार्यक्रम के तहत स्वयं सहायता समूहों को पुष्टाहार के उत्पादन और वितरण से जोड़ा गया है। इससे न केवल महिलाओं की आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है, बल्कि उनके परिवार की आय में वृद्धि और समाज में सम्मान भी बढ़ा है। यह पहल मिशन शक्ति के आत्मनिर्भरता के संकल्प को मूर्त रूप दे रही है।

प्रदेश भर में पोषण रैली और पंचायत का हो रहा आयोजन
पोषण अभियान के तहत पूरे प्रदेश में पोषण रैली और पंचायत का हो रहा आयोजन किया जा रहा है। गोरखपुर के विकास भवन सभागार में आयोजित पोषण पंचायत में उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष चारु चौधरी ने अध्यक्षता की। उन्होंने एक विशाल पोषण रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जिसमें करीब 200 आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों ने ढोल-नगाड़ों के साथ हिस्सा लिया। रैली ने पोषण माह के संदेशों को नारों के माध्यम से जन-जन तक पहुंचाया। इस दौरान शिशुओं का अन्नप्राशन और गर्भवती महिलाओं की गोद भराई जैसे कार्यक्रमों ने अभियान को संवेदनशील और समावेशी बनाया।

पोषण रेसिपी और क्विज से फैलाई जा रही पोषण की जागरूकता
आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों के बीच आयोजित पोषण रेसिपी प्रतियोगिता में श्री अन्न (मिलेट्स) आधारित व्यंजनों का प्रदर्शन किया जा रहा है। आंवला और सहजन जैसे स्थानीय पौष्टिक खाद्य पदार्थों के उपयोग को बढ़ावा देने के साथ-साथ नमक और चीनी के कम प्रयोग की सलाह दी जा रही है। यूनिसेफ के सहयोग से आयोजित पोषण क्विज प्रतियोगिता ने समुदाय की भागीदारी और जागरूकता को और बढ़ाया है।

प्रदेश भर में जागरूकता की लहर
प्रदेश भर में राज्य महिला आयोग की सदस्यों ने मोर्चा संभाला और अभियान को नई ऊर्जा दी। गोंडा, कासगंज, रामपुर और मिजार्पुर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इसके अलावा राज्य महिला आयोग की सदस्यों ने विभिन्न जनपदों में महिला गोष्ठियों और पोषण कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। इन आयोजनों ने मिशन शक्ति के संदेश स्वास्थ्य, शिक्षा, आर्थिक स्वावलंबन और सामाजिक सम्मान को हर स्तर पर मजबूत किया।

महिला कल्याण योजनाओं का दिख रहा प्रभाव
महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित योजनाएं, जैसे मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, महिला हेल्पलाइन, वन स्टॉप सेंटर और निराश्रित पेंशन योजना, महिलाओं और बच्चों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। महिला हेल्पलाइन, महिला थाने और आश्रय गृह जैसी व्यवस्थाएं प्रतिदिन हजारों महिलाओं को सुरक्षा और सहयोग प्रदान कर रही हैं। इसके अलावा, महिलाओं की श्रम बल भागीदारी बढ़ाने और बच्चों के पालन-पोषण व पुनर्वास के लिए भी कई कल्याणकारी योजनाएं लागू की गई हैं। इन योजनाओं का प्रभाव भी लोगों पर खूब देखने के मिल रहा है।

मिशन शक्ति 5.0 के तहत योगी सरकार का यह अभियान न केवल महिलाओं को सुरक्षित और आत्मविश्वासी बनाने की दिशा में काम कर रहा है, बल्कि सामाजिक और पारिवारिक संरचना को भी मजबूती दे रहा है। आईसीडीएस, यूनिसेफ और स्वयं सहायता समूहों के समन्वित प्रयासों से पोषण, स्वास्थ्य और आर्थिक स्वावलंबन को जोड़कर महिलाओं को सशक्त नागरिक बनाने का मार्ग प्रशस्त हो रहा है। यह अभियान मिशन शक्ति के संदेश को गांव-कस्बों तक पहुंचाकर प्रदेश को सुपोषित और सशक्त बनाने की दिशा में ठोस कदम उठा रहा है।

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