Deepotsav 2025: झांकी में दिखाई देगी राम मंदिर, काशी कॉरिडोर व महाकुंभ की झलक, रामनगरी में 19 को भव्य दीपोत्सव

अयोध्या: रामनगरी में भव्य दीपोत्सव की शुरुआत 19 अक्टूबर को भगवान श्री राम के जीवनकाल पर आधारित झांकियां के साथ होगी। जिसमें भारतीय संस्कृति, प्रदेश के विकास और नारी सशक्तिकरण के साथ भव्य राम मंदिर में रामलला के विराजमान होने, काशी कॉरिडोर के निर्माण और प्रयागराज के महाकुंभ की झलक दिखाई देगी।
सरयू घाट राम की पैड़ी धर्मपथ, रामपथ सहित मठ मंदिरों को रंग-बिरंगे लाइटों से सजाने का कार्य किया जा रहा है। रामपथ पर निकलने वाली झांकियों को भी तैयार किया जा रहा है। अयोध्या के साकेत महाविद्यालय के मैदान में सूचना विभाग के द्वारा 15 झांकियां तैयार की जा रही हैं। इस बार कुल 22 झांकियां साकेत महाविद्यालय से निकलकर राम कथा पार्क पर समाप्त होंगी। इन झांकियां में विभिन्न राज्यों के लोक कलाएं और भारतीय संस्कृति की झलक को प्रस्तुत करते हुए कलाकारों की टीम झांकियों की शोभा बढ़ाएंगी।
जिला सूचना अधिकारी संतोष कुमार द्विवेदी ने बताया कि सूचना विभाग की झांकियां योगी सरकार के विकास कार्यों को दर्शाएंगी। इनमें उत्तर प्रदेश में हुए बुनियादी ढांचे, शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यटन और सांस्कृतिक विकास जैसे क्षेत्रों में सरकार की उपलब्धियों को रचनात्मक ढंग से प्रस्तुत किया जाएगा। ये झांकियां प्रदेश की प्रगति और समृद्धि का प्रतीक होंगी। दूसरी ओर, संस्कृति विभाग द्वारा रामायण के सात कांडों बालकांड, अयोध्याकांड, अरण्यकांड, किष्किन्धाकांड, सुंदरकांड, लंकाकांड और उत्तरकांड पर आधारित झांकियां तैयार की जा रही हैं। ये झांकियां भगवान राम के जीवन और रामायण की शिक्षाओं को जीवंत रूप में प्रस्तुत करेंगी।
उन्होंने बताया कि इस आयोजन के लिए कंपनी विविद इंडिया को जिम्मेदारी दी गई है। उसके अनुसार दीपोत्सव में प्रयागराज महाकुंभ, काशी कॉरिडोर, कृषि पशु पालन, आयुष्मान कैशलेस, डिफेंस कॉरिडोर, विकास की प्रतिबद्धता, स्वच्छ एवं हरित प्रदेश, विकसित भारत, प्रदेश पुलिस सुरक्षा, प्रधानमंत्री आवास योजना एवं मुख्यमंत्री आवास योजना, पीएम सूर्य घर मुफ़्त बिजली योजना, आत्मनिर्भर नारी, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, अयोध्या डेवलपमेंट अथॉरिटी द्वारा कराए गए कार्यों की झलक दिखाई पड़ेगी।
झांकियां के बीच कई राज्यों के कलाकार बनेंगे शोभा
इस बार दीपोत्सव में सांस्कृतिक विविधता का अनूठा संगम देखने को मिलेगा। देश के विभिन्न राज्यों की लोक कलाएं और नृत्य इस आयोजन का मुख्य आकर्षण होंगे। हरियाणा का फॉग, केरल का कथककली, राजस्थान का झूमर, पंजाब का भांगड़ा, ओडिशा का संबलपुरी, गाजीपुर का डिबिया और पश्चिम बंगाल व मध्य प्रदेश की लोक कलाएं अयोध्या के रामपथ पर अपनी छटा बिखेरेंगी। ये प्रस्तुतियां सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित करेंगी। जिसमे लगभग 500 से अधिक कलाकार अपनी प्रस्तुतियों से दर्शकों का मन मोह लेंगे।
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