उत्तर प्रदेश

पंडित छन्नूलाल मिश्र के निधन के बाद भाई-बहन में विवाद, 3 दिन में 13वीं संस्कार का विरोध

बनारस में विश्व विख्यात शास्त्रीय गायक पंडित छन्नू लाल मिश्र के निधन के बाद 13वीं संस्कार विवादों में आ गया है। शास्त्रीय गायक की बेटी का कहना है कि दूसरों का अंतिम संस्कार के लिए बेचैन रहने वाले उनके पिता का ही अंतिम संस्कार 13 दिन के बजाय तीन दिन में किया जा रहा है। वह अपने पिता का संस्कार परंपरागत तरीके से करेंगी। जबकि पुत्र का कहना है कि वह 13वीं संस्कार का प्रचार नहीं करना चाहते हैं।‌ उन्होंने पिता को मुखाग्नि दी है और वही 13वीं संस्कार भी करेंगे। ऐसे में छन्नू लाल मिश्र के निधन के बाद परिवार का विवाद अब सड़क पर आ गया है।

2 अक्टूबर को हुआ था विश्व विख्यात शास्त्रीय गायक का निधन

उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में महान शास्त्री गायक पंडित छन्नू लाल मिश्रा का 2 अक्टूबर को निधन हो गया था। जिनका अंतिम संस्कार बनारस के मणिकर्णिका घाट में किया गया था। छन्नू लाल मिश्र के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित बड़े नेताओं ने शोक व्यक्त किया था। लेकिन उनका 13वीं संस्कार विवादों में आ गया। छन्नूलाल मिश्रा की बेटी नम्रता और पुत्र रामकुमार मिश्र आमने-सामने है।

क्या कहती है पुत्री नम्रता मिश्रा?

बेटी नम्रता ने कहा कि उनके पिता ने कॉविड-19 संक्रमण काल के दौरान निधन हुए परिजनों का अंतिम संस्कार विधि विधान से न होने पर परेशान हो जाते थे। बाद में उनका पिशाच मोचन पर उन्होंने पूजा करवाई थी। ऐसे में उन्हीं का अंतिम संस्कार परंपरागत तरीके से नहीं हो रहा है। 13 दिनों के बजाय तीन दिन में ही 13वीं संस्कार किया जा रहा है।

पुत्र रामकुमार भी करना चाहते हैं 13वीं संस्कार

नम्रता मिश्रा ने कहा कि हमने अपने पिता की सेवा की है और इस जिम्मेदारी को भी हम उठाएंगे। 13वीं संस्कार परंपरागत तरीके से करेंगे। जिसमें उनके सभी अपने शामिल होंगे। इस मामले में छन्नूलाल मिश्र के पुत्र रामकुमार मिश्र ने कहा कि हम किसी प्रकार का प्रचार प्रसार नहीं करेंगे। उन्होंने ही मुखानी दी थी। अब विधि विधान से 13वीं संस्कार भी करेंगे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button