
नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने केंद्र सरकार से लद्दाख के लोगों की मांगों को पूरा करने के लिए बातचीत करने का आग्रह किया है। उनका यह बयान लद्दाख की राजधानी लेह में राज्य के दर्जे की मांग को लेकर हुई हिंसक झड़पों के एक दिन बाद आया है, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई और 80 से अधिक घायल हो गए।
श्रीनगर में पत्रकारों से बात करते हुए अब्दुल्ला ने कहा, “मैं सरकार से कहना चाहता हूं कि लद्दाख एक संवेदनशील सीमावर्ती क्षेत्र है, जहां चीन घात लगाए बैठा है और उसने हमारी जमीन पर कब्जा कर रखा है। अब समय आ गया है कि इस मुद्दे को बातचीत के जरिए जल्द से जल्द सुलझाया जाए।”
सोनम वांगचुक का बचाव
जब अब्दुल्ला से पूछा गया कि क्या इस हिंसा के लिए जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक जिम्मेदार हैं, जैसा कि सरकार आरोप लगा रही है, तो उन्होंने इसका खंडन किया। अब्दुल्ला ने कहा कि वांगचुक ने हमेशा गांधीवादी तरीका अपनाया है, लेकिन अब युवाओं ने उन्हें दरकिनार कर दिया है, इसलिए वे जिम्मेदार नहीं हैं।
भाजपा पर साधा निशाना
पूर्व मुख्यमंत्री ने भाजपा पर भी निशाना साधते हुए कहा, “जब वे (भाजपा) चुनाव हार गए, तो उन्होंने सुरक्षा कानून लागू कर दिए और लोगों को जेलों में डाल दिया। अब वे केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) का इस्तेमाल कर रहे हैं। वे जितना ज्यादा दमन के लिए बल का इस्तेमाल करेंगे, खतरा उतना ही बढ़ेगा।” उन्होंने केंद्र से अपील की कि वह बल का प्रयोग न करे और तुरंत बातचीत शुरू करे।
यह हिंसा ‘लेह एपेक्स बॉडी’ (एलएबी) द्वारा बुलाए गए बंद के दौरान हुई थी। एलएबी लद्दाख को राज्य का दर्जा देने और संविधान की छठी अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रही है। (इनपुट- भाषा)