
मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में कफ सिरप से बच्चों की हुई मौत मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। छिंदवाड़ा की स्पेशल टीम ने बच्चों को यह संदिग्ध सिरप ‘कोल्ड्रिफ’ लिखने वाले बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रवीण सोनी को कोतवाली थाना क्षेत्र के राज्यपाल चौक से गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही, सिरप का उत्पादन करने वाली तमिलनाडु की फार्मा कंपनी पर भी मामला दर्ज किया गया है।
छिंदवाड़ा एसपी अजय पांडे ने बताया कि कोल्ड्रिफ सिरप का निर्माण करने वाली तमिलनाडु के कांचीपुरम स्थित मेसर्स श्रेसन फॉर्मास्युटिकल कंपनी और दवा लिखने वाले शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रवीण सोनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
BMO की शिकायत पर दर्ज हुआ मामला
यह कार्रवाई परासिया बीएमओ (BMO) डॉ. अंकित सहलाम की शिकायत पर की गई है। शिकायत में स्पष्ट रूप से आरोप लगाया गया था कि संबंधित कंपनी द्वारा निर्मित ‘कोल्ड्रिफ’ सिरप की गुणवत्ता संदिग्ध थी, जिसके उपयोग से बच्चों के स्वास्थ्य पर गंभीर और जानलेवा असर पड़ा।
गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज
परासिया थाना पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए कई सख्त कानूनी धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है-
आजीवन कारावास तक की सजा का प्रावधान
इन धाराओं के तहत दोषी पाए जाने पर 10 साल से लेकर आजीवन कारावास तक की कड़ी सजा का प्रावधान है।
बिक्री पर सख्त चेतावनी
राज्य शासन ने इस पूरे मामले की गहराई से जांच के लिए एक विशेषज्ञ टीम का गठन किया है। इस टीम को कोल्ड्रिफ सिरप की सैंपल रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की विस्तृत कार्रवाई की जाएगी।
प्रशासन ने सभी मेडिकल स्टोरों को भी सख्त चेतावनी जारी की है कि यदि किसी भी स्टोर पर यह संदिग्ध सिरप ‘कोल्ड्रिफ’ बिक्री के लिए पाया जाता है, तो उस स्टोर का लाइसेंस तत्काल निलंबित कर कानूनी कार्रवाई शुरू की जाएगी।
11 मृत बच्चों में से 9 की FIR
डॉ. प्रवीण सोनी MBBS एवं DCH शिशु रोग विशेषज के रूप में सी. एच. सी. परासिया में शासकीय चिकित्सक के रूप में कार्यरत हैं। 11 मृत बच्चों में से 9 की FIR के मुताबिक, डॉक्टर प्रवीण सोनी ने प्रारंभिक जांच की।