मध्य प्रदेश के शिवपुरी में पारिवारिक विवाद में महिला की पिटाई का मामला सामने आया है. पीड़िता ने अपने ही जेठ और जेठानी पर निर्वस्त्र पर उसकी पिटाई का आरोप लगाया है. महिला का कहना है कि उसने इस बारे में थाने में तहरीर भी दी. लेकिन वहां सामान्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया. जिसके बाद पीड़िता एसपी ऑफिस जा पहुंची. उसने कहा कि जेठ-जेठानी ने पहले उसके कपड़े फाड़े. फिर उसकी लाठी-डंडों से पिटाई की. इसलिए उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए.
बहने आपस में देवरानी-जेठानी बन गईं
मामला करैरा विधानसभा के केरुआ गांव का है. जानकारी के मुताबिक, सुमित्रा (बदला हुआ नाम) ने बताया कि उसकी शादी कुछ साल पहले केरुआ गांव में हुई थी. इसी घर में उसकी बड़ी बहन की भी शादी हुई थी. शादी के बाद दोनों बहने आपस में देवरानी-जेठानी बन गईं. सुमित्रा ने बताया कि उसके जेठ को पसंद नहीं था कि वह और उसका पति उनके घर में आएं.
परिवारों में आपस में नहीं बनती
इसी बात को लेकर दोनों परिवारों में आपस में नहीं बनती थी. वे लोग बात भी नहीं करते थे. धीरे-धीरे दुश्मनी बढ़ती गई. पीड़िता ने कहा, ”शनिवार को मेरे पति काम से बाहर गए थे. मैं घर पर अकेली थी. मैं हैंडपंप से पानी लेकर अभी घर आ रही थी कि रास्ते में मेरे जेठ और जेठानी ने मुझे रोक लिया. वे लोग मेरे साथ गाली गलौच करने लगे. लेकिन मैंने उनकी बातों पर ध्यान नहीं दिया और पानी लेकर सीधे अपने घर आ गई. मगर जेठ-जेठानी भी मेरे पीछे-पीछे घर तक आ गए.”
एसपी से लगाई न्याय की गुहार
पीड़िता ने एसपी को आगे बताया, ”जेठ-जेठानी ने फिर लाठी-डंडों से मुझे पीटना शुरू कर दिया. उन्होंने मेरे कपड़े फाड़ डाले. मैं चीखती-चिल्लाती रही. लेकिन उन्होंने मेरी एक न सुनी. बस मुझे पीटते रहे और वहां से चले गए. मैं फिर मगरौनी थाने पहुंची. मैंने यहां मामला दर्ज करवाया. लेकिन पुलिस वालों ने मामूली सी धाराएं आरोपियों पर लगाईं. इसलिए मैं चाहती हूं कि मेरे मामले को गंभीरता से लिया जाए. उन दोनों पर कड़ी कार्रवाई की जाए.”
एसपी ने पुलिस वालों को इस मामले में एक्शन लेने को कहा है. जिस पर मगरौनी थाना प्रभारी जूली तोमर ने बताया पीड़िता ने उनके पास सिर्फ पिटाई का ही मामला दर्ज करवाया था. उस समय उसने निर्वस्त्र करने वाली बात नहीं बताई थी. हम मामले को गंभीरता से लेकर जांच करेंगे.