जो शिक्षा के खिलाफ हैं वे सबसे बड़े माफिया हैं: अखिलेश यादव

- समाजवादी जनेश्वर मिश्र को 93 वीं जयंति पर अर्पित की श्रद्धांजलि
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार शिक्षा के खिलाफ है। जो शिक्षा के खिलाफ हैं वे सबसे बड़े माफिया हैं। भाजपा सरकार पढ़ाई को लेकर एफआईआर लिखा रही है। अंग्रेजों ने भी कभी पढ़ाई को लेकर एफआईआर नहीं लिखायी थी। भाजपा सरकार सोचती है कि पुलिस के बल पर पीडीए पाठशाला बंद कर देगी तो यह उसकी गलतफहमी है। हम समाजवादियों ने संकल्प लिया है कि जब तक सरकार बंद किए स्कूलों में अध्यापक और प्रिंसिपल नहीं पहुंचा देगी तब तक समाजवादियों की पीडीए पाठशाला और पीडीए ट्यूशन चलता रहेगा। उन्होंने कहा कि पुलिस के डर से पीडीए पाठशाला नहीं रुकने वाली है। प्राथमिक स्कूलों को बंद और मर्जर करने का फैसला गलत है, यह सरकार ने स्वीकार कर लिया है। मर्जर योजना खत्म होनी चाहिए। सरकार बंद किए स्कूल फिर से खोले।
मंगलवार को गोमती नगर स्थित जनेश्वर मिश्रा पार्क में मीडिया से बात करते हुए यादव ने कहा कि समाजवादी सरकार में नए स्कूल बनाए गए थे। अभिनव स्कूल खोले थे। राजधानी लखनऊ में संस्कृति स्कूल खोला गया लेकिन भाजपा सरकार ने नहीं चलने दिया। मुख्यमंत्री जी को पाठशालाओं में जाना चाहिए। देखना चाहिए कि स्कूलों की हालत कितनी जर्जर है। मुख्यमंत्री जी के जिले में पाठशाला की छत गिरी बच्चे घायल हो गये। इससे पहले अखिलेश यादव ने उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। जनेश्वर मिश्र ट्रस्ट स्थित उनकी प्रतिमा पर भी माल्यार्पण कर नमन किया गया।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार के पास जनता को दिखाने के लिए अपना कोई काम नहीं है। जनेश्वर मिश्रा पार्क समाजवादियों ने बनाया। इसके गेट पर भाजपा सरकार के लोगों ने अपना पत्थर और होर्डिंग लगा दिया है। इस सरकार ने पार्क को बर्बाद कर दिया। सरकार के पास जनता को बताने के लिए कुछ नहीं होता है तो झूठा मुकदमा लगाकर लोगों को जेल भेजना शुरू कर देती हैं। उन्होंने पंचायती राज विभाग से जाति और धर्म विशेष को लेकर जारी पत्र को भाजपा सरकार की सोच का परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि जो भी गैरकानूनी हो उसके खिलाफ कार्रवाई हो। लेकिन एक जाति और धर्म विशेष को टारगेट करना संविधान विरोधी काम है। हम इसके खिलाफ कोर्ट जाएंगे। न्याय पालिका तुरंत संज्ञान ले।
यादव ने कहा कि पीडीए को जितना प्रताड़ित किया जाएगा, पीडीए एकता उतनी ज्यादा बढ़ेगी। भाजपा सरकार बुनियादी मुद्दों बढ़ती मंहगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और बाढ़ से ध्यान हटाने और बहस बदलने के लिए इसी तरह के हथकंडे अपनाती है। भाजपा ने पहले सांसद इकरा हसन के खिलाफ अपने लोगों से कहलाया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। फिर सांसद डिम्पल यादव के खिलाफ भी अपने लोगों से बयान दिलाया। तब भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे भाजपा की मानसिकता उजागर होती है। लेकिन पीडीए के लोग जागरूक हैं। इन बातों पर ध्यान नहीं देंगे। पीडीए का लक्ष्य भाजपा का सफाया करना है।
अखिलेश यादव ने कहा कि जब जनता ने भाजपा को हराना शुरू कर दिया तब एसआईआर के बहाने वोट कटवाने की योजना लायी गयी है। एसआईआर जैसी योजना उत्तर प्रदेश में आयेगी तो समाजवादियों को और जागरूक होकर काम करना पड़ेगा। समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग से 18 हजार वोट कटने की शिकायत एफिडेविट के साथ की थी। इन वोटरों ने 2019 के लोकसभा चुनाव में वोट डाला था लेकिन 2022 के विधानसभा चुनाव में उनका वोट काट दिया गया। इस शिकायत पर चुनाव आयोग ने किसी अधिकारी, कर्मचारी पर कार्रवाई नहीं की। न तो यह बताया गया कि किस वजह से वोट काटे गये।