574 लाख के गबन का आरोपी 14 साल बाद गिरफ्तार
बाढ़ निरोधक कार्यो में गबन के मामले में ईओडब्ल्यू ने की कार्रवाई

लखनऊ। आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन (ईओडब्ल्यू) उत्तर प्रदेश की टीम ने 14 साल पुराने बहुचर्चित गबन मामले में बड़ी सफलता हासिल की है। टीम ने ठेकेदार और दुधवा फूड इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के प्रोपराइटर हर्ष अग्रवाल को बिहार के पटना से गिरफ्तार कर लिया। अभियुक्त पर आरोप है कि उसने वर्ष 2011 में बाढ़ निरोधक कार्यों में उपयोग होने वाले जीईओ टेक्सटाइल बैग की जगह अधोमानक/डुप्लीकेट बैग सप्लाई कर सरकार के करीब 5 करोड़ 74 लाख 78 हजार रुपये का गबन किया था।
वर्ष 2011 में केन्द्र सरकार की सहायता से लखीमपुर खीरी जनपद के बाढ़ खंड शारदा नगर में बाढ़ कटाव निरोधक कार्यों के लिए जीईओ टेक्सटाइल बैग् सप्लाई करने का कार्य आदेश कई ठेकेदारों और फर्मों को दिया गया था। इनमें ठेकेदार हर्ष अग्रवाल सहित सैफ जहीर और अबरार अहमद के नाम सामने आए। इन तीनों ठेकेदारों ने मिलकर लगभग 5,15,500 अधोमानक बैग की आपूर्ति की और इसके एवज में शासकीय धन का गबन कर लिया। इस मामले में थाना कोतवाली सदर, लखीमपुर खीरी में मुकदमा दर्ज किया गया था। बाद में विवेचना ईओडब्ल्यू को सौंप दी गई।
ईओडब्ल्यू की जांच में यह साफ हो गया कि ठेकेदारों ने जानबूझकर घटिया क्वालिटी के बैग सप्लाई किए, जिससे बाढ़ निरोधक कार्य प्रभावित हुआ और सरकारी खजाने को करोड़ों का नुकसान हुआ। इस मामले में अभियुक्त सैफ जहीर और अबरार अहमद के खिलाफ आरोप पत्र अदालत में दाखिल किया जा चुका है। मुख्य आरोपी हर्ष अग्रवाल लगातार फरार चल रहा था। गिरफ्तारी से बचने के लिए वह लखनऊ से दिल्ली, फिर मुंबई और अंत में पटना में छिपकर रह रहा था। ईओडब्ल्यू क्रैक टीम को विशेष सूचना मिली कि हर्ष अग्रवाल इस समय बिहार के पटना में रह रहा है।
टीम ने 17 सितम्बर को पटना जिले के थाना श्रीकृष्णपुरी क्षेत्र स्थित गांधीनगर, वेस्ट बोरिंग कैनाल रोड पर दबिश दी और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद अभियुक्त को स्थानीय थाने में दाखिल कराकर कानूनी प्रक्रिया पूरी की गई। इसके बाद उसे उत्तर प्रदेश लाकर जनपद लखीमपुर खीरी की अदालत में पेश किया गया।