Excise Policy Case : शराब घोटाले में आप मंत्री कैलाश गहलोत से ईडी ने पूछताछ की, जिसमे गहलोत ने सिरे से नकार दिया की नायर मेरे बंगले में रहता था। आगे गहलोत ने कहाँ की मुझे पता भी नहीं की विजय नायर मेरे बंगले में रहता था। सर्कार द्वारा आवंटित उस बंगले में वो कभी रहने ही नहीं गए। गेलोत ने कहा की वो अपने परिवार संग अपने पारिवारिक घर में रहते थे, वो इसलिए क्योकि वह से उनके बेटे का स्कूल पास था। कैलाश गहलोत ने कहा की गोवा विधान सभा चुनाव से उनका कोई लेना देना नहीं है, और शराब और निति घोटालो की जो सच्चाई वो एक न एक दिन बहार आ जाएगी।
कौन है विजय नायर
विजय नायर इवेंट मैनेजमेंट कंपनी ‘ओनली मच लाउडर’ के पूर्व सीईओ थे। आम आदमी पार्टी में विजय एक वॉलंटियर थे, जो की आप पार्टी के इवेंट को मैनेज करते थे। विजय नायर ने बहुत जल्द ही इवेंट से लेकर आप पार्टी के बैकस्टेज तक बहुत ही कम समय में एक अच्छी जगह बना ली। आपको बता दे की ईडी द्वारा गिरफ्तार किये गए विजय नायर , पहले आरोपी है निति घोटाले और शराब घोटाले में। विजय नायर आप पार्टी में बहुत ही कम समय में मुख्या सलाहकार बन गए। इसके साथ ही विजय ने 2017 में अपने पद से इस्तीफा दे दिया, क्योकि उनपे यौन उत्पीड़न का आरोप लगे थे।
ईडी ने किया गिरफ्तार
ईडी ने हालही में दिल्ली के मुख्या मंत्री अरविन्द केजरीवाल को पूछताछ के लिए कस्टडी में लिया है, सके साथ ही भारत राष्ट्र समिति की नेता के कविता को भी न्यायिक हिरासत में है। इससे पहले मनीष सिसोदिया और संजय सिंह को शराब और निति घोटाले मनी लांड्री में पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। अभी वह जेल में है। सूत्रों के मुताबिक आरोपी है की शराब में आबकारी नीति को ऐसे तैयार किया गया है की इससे शराबियो को काफी फायदा हो। इसके बदले में आप पार्टी को 100 करोड़ रुपये की रिश्वत मिली, जिसे गोवा विधान सभा में प्रयोग किया गया था।