Election 2024 : सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने, जौनपुर लोकसभा सीट से प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री एवम कुशवाहा समाज के कद्दावर नेता बाबू सिंह कुशवाहा को प्रत्याशी बनाकर, एक बहुत बड़ा चुनावी दांव खेला है। जौनपुर लोकसभा सीट के जातीय समीकरण पर एक नज़र डाले। तो उससे पता चलता है कि बाबू सिंह कुशवाहा, केवट, बिंद,मौर्या के साथ साथ यादव और अल्पसंख्यक समाज के मतदाता, इस सीट पर निर्याणक भूमिका निभाते हैं।
सपा प्रत्याशी होने के नाते बाबू सिंह कुशवाहा को यादव एवम अल्पसंख्यक मतों का समर्थन मिलना तय माना जा रहा है। कुशवाहा, केवट, बिंद और मौर्या मतों का उन्हें पहले से ही समर्थन मिल रहा है, क्योकि इसी समाज की मांग पर, सपा प्रमुख ने बाबू सिंह कुशवाहा को प्रत्याशी बनाया हैं। इस जातीय समीकरण के आधार पर बाबू सिंह कुशवाहा का पलड़ा अपने विरोधियों पर भारी पड़ रहा है।
भाजपा ने महाराष्ट्र के पूर्व गृह राज्यमंत्री कृपाशंकर सिंह को अपना प्रत्यासी बनाया है। उन्होनें अपना चुनावी प्रचार भी जोर-शोर से शुरू कर दिया था। कृपाशंकर सिंह को जिस तरह से वहां की जनता का समर्थन मिल रहा था, उससे उनका चुनाव एकतरफा लग रहा था। लेकिन पूर्वसांसद धनंजय सिंह के चुनाव लड़ने की घोषणा करने एवम बाबू सिंह कुशवाहा के सपा प्रत्याशी होने से अब उनकी राह आसान नहीं लग रही है।
जातीय समीकरणों के आधार पर ही सपा ने प्रत्याशी उतार कर सवर्ण मतों के विभाजन का लाभ उठा कर बाबू सिंह कुशवाहा की जीत प्रशस्त करने का निर्णय किया है, हालांकि चुनाव नतीजों के बारे में कुछ कहना बहुत जल्दबाजी होगी, क्योंकि भाजपा चुनाव जीतने के लिए कोई भी हथकंडे अपना सकती है। वैसे भी भाजपा प्रत्याशी कृपा शंकर सिंह को केंद्र सरकार के गृह मंत्री अमित शाह का करीबी माना जाता है। गृह मंत्री अमित शाह शाह अपने प्रत्याशी को जिताने में अपनी पूरी ताकत झोंक देंगे।