Delhi Earthquake : भारत में वैसे तो भूकंप आना ज्यादातर नामुमकिन होता है। लेकिन इन दिनों भारत में आए दिन भूकंप आने के संकेत मिलने लग गए हैं। अभी रविवार को ही खबर निकल कर आ रही थी, कि दिल्ली में भूकंप के झटके लगे हैं भूकंप दोपहर के 4:00 19 मिनट 14 सेकंड पर आया था। हालांकि इस भूकंप में झटके महसूस नहीं हुए। लेकिन इस भूकंप की तीव्रता मापी गई है। जानकारी के अनुसार इस भूकंप का केंद्र पश्चिम दिल्ली था इसकी गहराई 5 किलोमीटर थी।
भूकंप आने की वजह
रिपोर्ट के मुताबिक पृथ्वी के अंदर टेकटोनिक प्लेट्स मौजूद हैं। जो लगातार घूमती रहती है। जिन्हें हम टैकटोनिक प्लेट्स कहते हैं। वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाता है, जहां पर प्लेट्स ज्यादातर टिकती है ,बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं। जब दबाव बनता है तो प्लेस टूटने लगती है। नीचे की ऊर्जा बाहर आने क्या रास्ता खोजती और डिस्टरबेंस के कारण भूकंप आता है।
भूकंप के केंद्र और तीव्रता का मतलब
रिपोर्ट्स के मुताबिक भूकंप का केंद्र वह स्थान होता है जिसके नीचे टेक्निक्स प्लेट्स हलचल से भूभाग्य ऊर्जा निकलती है। इस स्थान पर भूकंप का कंपन ज्यादा होता है। भूकंप की आवृत्ति जो जो होती जाती है इसका प्रभाव कम होता जाता है। रिपोर्ट के अनुसार यदि रिक्टर स्केल 7 के ऊपर कोई तीव्रता वाला भूकंप आता है। तो आसपास के 40 किलोमीटर के दायरे में झटका तेज होता है। लेकिन तीव्रता इस बात पर भी निर्भर करती है की आवृत्ति किस तरफ है ऊपर की तरफ है, तो कम क्षेत्र प्रवाहित होंगे। यदि दायरे में है तो ज्यादा क्षेत्र प्रभावित होने के आशंका होती है।
आपको बता दें कि दिल्ली में आए भूकंप में रविवार को तीव्रता दो नापी गई थी। लेकिन इसमें भूकंप के झटके महसूस नहीं किए गए। इसे यह पता चलता है कि यह बहुत ही कम तीव्रता का भूकंप था। जिससे हानि होने की कोई भी संभावना नहीं थी।