
नई दिल्ली: अमेरिका और भारत के बीच चल रही व्यापार वार्ता पर विदेश मंत्रालय ने कहा, “यूएसटीआर के सहायक ब्रेंडन लिंच के नेतृत्व में अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि की एक टीम ने अमेरिका के साथ व्यापार समझौते के लिए चल रही बातचीत को आगे बढ़ाने के लिए 16 सितंबर 2025 को वाणिज्य मंत्रालय में बैठकें कीं। दोनों देशों के बीच चर्चाएं सकारात्मक और दूरदर्शी रहीं, जिनमें व्यापार समझौते के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा हुई। पारस्परिक रूप से लाभकारी व्यापार समझौते को शीघ्रता से संपन्न करने के प्रयासों को तेज करने का निर्णय लिया गया।”
पाकिस्तान-सऊदी अरब के रक्षा समझौते पर
इसके अलावा सऊदी अरब और पाकिस्तान के बीच हुए समझौते पर विदेश मंत्रालय का कहना है कि भारत और सऊदी अरब के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी है जो पिछले कुछ वर्षों में काफी गहरी हुई है। हम उम्मीद करते हैं कि हमारी रणनीतिक साझेदारी आपसी हितों और संवेदनशीलताओं को ध्यान में रखा जाएगा। वहीं आतंकवाद और पाकिस्तान को लेकर विदेश मंत्रालय ने कहा कि आतंकवादियों और पाकिस्तानी सरकार व सेना के बीच सांठगांठ से दुनिया भली-भांति परिचित है। हम सभी को सीमा पार आतंकवाद और आतंकवाद से लड़ना होगा। हम दुनिया से आह्वान करते हैं कि हमें आतंकवाद से निपटने के लिए अपने प्रयासों को तेज करना होगा।
चाबहार पोर्ट पर बयान
वहीं चाबहार पोर्ट पर विदेश मंत्रालय ने कहा कि हमने चाबहार बंदरगाह के लिए प्रतिबंधों में छूट रद्द करने के संबंध में अमेरिकी प्रेस वक्तव्य देखा है। हम वर्तमान में भारत पर इसके प्रभावों की जांच कर रहे हैं। कैलिफोर्निया में अमेरिकी पुलिस द्वारा भारतीय इंजीनियर की गोली मारकर हत्या के मामले में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, “इस मामले में हम स्थानीय अधिकारियों और सरकार से बातचीत कर रहे हैं। इसमें जांच चल रही तथा हम मृतक के परिवार के संपर्क में जुड़ हुए हैं।”
नेपाल की घटना पर दिया बयान
नेपाल में चल रही गतिविधि पर विदेश मंत्रालय ने कहा कि आपने इस मामले पर पहले जारी किया गया हमारा बयान देखा होगा। हम नेपाल में सुशीला कार्की के नेतृत्व में एक नई अंतरिम सरकार के गठन का स्वागत करते हैं। पीएम मोदी ने कल प्रधानमंत्री कार्की के साथ गर्मजोशी से बातचीत की और शांति एवं स्थिरता बहाल करने के उनके प्रयासों के लिए भारत के दृढ़ समर्थन की पुष्टि की। एक घनिष्ठ पड़ोसी, एक लोकतांत्रिक देश और एक दीर्घकालिक विकास साझेदार के रूप में, भारत दोनों देशों और लोगों की भलाई और समृद्धि के लिए नेपाल के साथ मिलकर काम करना जारी रखेगा।