नारी सशक्तिकरण गोरक्षपीठ की परंपरा: गोरखपुर में सीएम योगी ने मिशन शक्ति को दिया नया विस्तार

गोरखपुर की ऐतिहासिक और धार्मिक धरोहर गोरक्षपीठ सदियों से समाज सेवा और लोककल्याण की प्रेरणा का केंद्र रही है। इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नारी सशक्तिकरण को गोरक्षपीठ की संस्कृति से जोड़ते हुए एक नई दिशा दी है। गोरखपुर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी ने मिशन शक्ति अभियान के जरिए महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन को मजबूत बनाने का संकल्प दोहराया। उनका कहना था कि नारी शक्ति के बिना समाज और राष्ट्र की कल्पना अधूरी है।
योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट किया कि गोरक्षपीठ ने हमेशा समाज में महिलाओं के योगदान और उनके सम्मान को सर्वोच्च स्थान दिया है। आज इसी परंपरा को आधुनिक संदर्भ में मिशन शक्ति जैसे अभियानों के माध्यम से आगे बढ़ाया जा रहा है। मिशन शक्ति का उद्देश्य महिलाओं को न केवल आत्मनिर्भर बनाना है बल्कि उन्हें हर क्षेत्र में बराबरी का अवसर देना भी है। सीएम योगी ने बताया कि राज्य सरकार ने महिला सुरक्षा के लिए पिंक बूथ, महिला हेल्पलाइन, वन स्टॉप सेंटर और विशेष थानों की स्थापना की है, जिससे हर स्तर पर महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
इसके साथ ही उन्होंने महिलाओं के लिए रोजगार सृजन पर भी जोर दिया और कहा कि विभिन्न योजनाओं के तहत महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। महिला स्वयं सहायता समूहों की भूमिका को विशेष रूप से सराहते हुए सीएम योगी ने कहा कि आज लाखों महिलाएं न केवल आत्मनिर्भर बनी हैं बल्कि वे दूसरों को भी रोजगार उपलब्ध करा रही हैं।
गोरखपुर में हुआ यह आयोजन गोरक्षपीठ की उस परंपरा का प्रतीक है जिसमें समाज की आधी आबादी को समान अधिकार और सम्मान देने का मार्ग प्रशस्त किया गया। मिशन शक्ति के जरिए इस विरासत को और सशक्त करते हुए सीएम योगी ने यह संदेश दिया कि नारी ही शक्ति है और जब यह शक्ति संगठित होकर आगे बढ़ती है तो समाज और राष्ट्र दोनों का भविष्य उज्ज्वल होता है।