गाजा युद्ध पीड़ितों की मदद के नाम पर ठगे करोड़ों रुपये, यूपी ATS ने 3 आरोपी पकड़े

उत्तर प्रदेश एटीएस ने गाजा युद्ध पीड़ितों की मदद के नाम पर करोड़ों की धोखाधड़ी करने वाले 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने यूपी सहित देश के कई राज्यों में ठगी की थी। 21 सितंबर को पुलिस अधिकारियों ने बताया कि एटीएस को आरोपियों के बारे में सूचना मिली थी। इसमें कहा गया था कि कुछ लोग गाजा युद्ध पीड़ित, बच्चों और महिलाओं की मदद के लिए पैसे की उगाही कर रहे थे। ये लोग पीड़ितों को खाना, पेयजल, दवा पहुंचाने के लिए इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप के जरिए पैसे की उगाही कर रहे थे।
आरोपियों ने कई चैनल बनाए थे, जिनके जरिए यूपी और अन्य राज्यों में उगाही की जा रही थी। शिकायत में कहा गया था कि गाजा पीड़ितों के नाम पर जुटाया जा रहा पैसा। उन तक पहुंच नहीं रहा है। आरोपी बड़े पैमाने पर गबन कर रहे हैं। आरोपियों के पास से तीन फोन बरामद हुए हैं।
महाराष्ट्र से पकड़े गए आरोपी
यूपी पुलिस ने सूचना का सत्यापन किया। इसके बाद मोहम्मद अयान, जैद नोटियार व अबू सूफियान के खिलाफ बीएनएस की धारा- 152, 318(4),61(2) के तहत मामला दर्ज किया गया। इसके बाद जांच में उनकी लोकेशन पता की गई और अदालत से उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट लेकर उन्हें महाराष्ट्र के भिवंडी से गिरफ्तार किया गया। आरोपियों को नियमानुसार मुंबई न्यायालय के समक्ष प्रस्ततु कर रिमांड लेकर लखनऊ लाया जाएगा, जहां उन्हें संबंधित न्यायालय के समक्ष प्रस्ततुत किया जाएगाl
क्या है आरोप?
आरोपियों ने सोशल मीडिया पर गाजा युद्ध पीड़ितों की मदद के नाम पर क्राउड फंडिंग की मुहिम चलाई। उन्होंने ऐसे वीडियो पोस्ट किए, जिनसे लोगों को मदद के लिए भावुक किया जा सके। आपदा में अवसर का लाभ उठाते हुए आरोपियों ने क्राउड फंडिंग के जरिए पैसे जुटाए और पूरा पैसा युद्ध पीड़ितों को न भेजकर इस राशि का बड़ा हिस्सा अवैध गतिविधियों में खर्च किया। इन लोगों के आपराधिक और देश विरोधी काम में उत्तर प्रदेश के भी कई जनपदों से लाखों रुपए भेज गए। सोशल मीडिया कैम्पेन में इन तीनों ने अपनी यूपीआई आईडी और बैंक खातों का प्रयोग किया गया, जिसमें करोड़ों रुपए का चंदा आया है। आरोपियों द्वारा गबन की गयी राशि का उपयोग संदिग्ध काम में किया गया, जिसकी जांच की जा रही है। पूछताछ के लिए आरोपियों को रिमांड पर लिया जाएगा।
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