Online Fraud Complaint Portal: आज के समय में ऑनलाइन ठगी के मामले काफी तेजी बढ़ रहें हैं। आए दिन साइबर अपराधी नए नए तरीकों से लोगों को ठग रहे हैं। इन्ही तरीकों में एक तरीका डिजिटल अरेस्ट हैं। हम आपको बता दे कि इन दिनों काफी सारे लोग डिजिटल अरेस्ट होकर ऑनलाइन धोखाधड़ी के शिकार बन रहे हैं।
दरअसल इस तरीके में साइबर अपराधी लोगों को सरकारी अधिकारी बनकर फोन करता है और लोगों को झूठे केस फंसाने की धमकी देता है और उनसे लाखों रुपये हड़प लेता है। हालांकि ऐसे मामलों में तुरंत शिकायत करनी चाहिए, लेकिन जानकारी के अभाव अधिकांश लोग शिकायत नहीं करते है।
अगर आप सही समय पर Online Fraud Complaint Portal या Cyber Crime Helpline Number पर शिकायत करते है, तो आपके पैसे वापस मिलने की संभावना रहती है। तो आइए, आज हम विस्तार से जानेगें कि डिजिटल अरेस्ट क्या होता है और ऑनलाइन धोखाधड़ी होने पर शिकायत कैसे दर्ज करें?
क्या होता है डिजिटल अरेस्ट
जैसा कि हमने आपको बताया कि साइबर अपराधी काफी सारे अलग अलग तरीकों से ठगने का प्रयास करता है। बुरी बात यह है कि बहुत से लोग आसानी से इनके जाल में फंसकर ऑनलाइन ठगी का शिकार बन जाते है।
डिजिटल अरेस्ट भी ऑनलाइन धोखाधड़ी करने का लेटेस्ट तरीका है। इसकी सबसे डरावनी बात यह है कि सिर्फ अनपढ़ लोग ही नहीं बल्कि पढ़े लिखे लोग भी डिजिटल अरेस्ट होकर ऑनलाइन ठगी का शिकार बन रहे है।
दरअसल डिजिटल अरेस्ट के अंदर साइबर अपराधी कोई पुलिस, सीबीआई ऑफिसर या कोई अन्य सरकारी अधिकारी बनकर किसी व्यक्ति को ऑनलाइन विडियो कॉल करता है। ऑनलाइन विडियो कॉल में वह विश्वास दिलाता है, कि वह एक असली अधिकारी है।
फिर, उस व्यक्ति से कहता है कि आपके नाम से विदेश में कोई पार्सल डिलीवर हुआ है और उसमें कुछ गैर कानूनी सामान निकला है या आपके बैंक अकाउंट का इस्तेमाल मनी लॉड्रिंग के लिए किया गया है। इसके बाद वो उनको फैक अरेस्ट वारंट भी दिखाते है।
इसके बाद वो उस व्यक्ति को कैमरे की नजर में रहने की हिदायत देते है और केस न बनाने के लिए उस व्यक्ति से बहुत सारे पैसो की मांग करते है। फिर, वह व्यक्ति झूठे केस से बचने के लिए उस साइबर अपराधी को मांगे गए पैसे दे देता है।
हालांकि ऐसे लोग जिनके अकाउंट में बहुत कम पैसे होते है, वो यह सोचते है कि साइबर अपराधी उनसे क्या ही लूट पाएगा। जबकि ऐसा बिल्कुल नहीं है। डिजिटल अरेस्ट के दौरान वो आपसे बैंक डिटेल्स प्राप्त कर आपके नाम से पर्सनल लोन लेकर गायब हो जाता है।
ऑनलाइन धोखाधड़ी होने पर शिकायत कैसे करें
अगर आपके साथ डिजिटल अरेस्ट या किसी भी अन्य तरीके से ऑनलाइन धोखाधड़ी होती है, तो आपको इसकी तुरंत Online Fraud Complaint Portal पर शिकायत करनी चाहिए। इससे आपके पैसे वापस आने की संभावना रहती है।
ऑनलाइन फ्रॉड से संबधित शिकायत करने के लिए सरकार द्वारा एक पोर्टल https://cybercrime.gov.in/ जारी किया गया है। यहां पर आप ऑनलाइन शिकायत दर्ज कर सकते है। शिकायत दर्ज करने के लिए आपको कुछ डिटेल्स देनी होती है जैसे कि मोबाइल नंबर और ईमेल आदि।
Note: अगर आपके साथ ऑनलाइन फ्रॉड हुआ है तो आप ऊपर बताए गए पोर्टल पर शिकायत दर्ज करवा सकते है। इसके अलावा आप Cyber Crime Helpline Number 1930 पर कॉल कर सकते है।
ऑनलाइन फ्रॉड की शिकायत करते समय इन बातों का रखें ध्यान
- पोर्टल पर शिकायत दर्ज करते समय घटना घटित होने का दिन और समय बताएं।
- पोर्टल पर अपनी शिकायत 200 कैरेक्टर्स में टाइप करें। ध्यान रखें कि कंप्लेट में कोई स्पेशल कैरेक्टर ना लिखे।
- सबूत के तौर पर अपनी आइडेंटिटी जैसे कि आधार कार्ड या वॉटर आईडी कार्ड अपलोड करें।
- पैसो से संबधित धोखाधड़ी होने पर आपको अपनी बैंक डिटेल्स तथा फ्रॉड अमाउंट की जानकारी भी देनी होगी।
- जिस वेबसाइट या सोशल मिडिय हैंडल से धोखाधड़ी हुई है, उसकी भी जानकारी देनी होगी।
FAQs: Online Fraud Complaint Portal
प्रश्न 1. ऑनलाइन फ्रॉड की शिकायत कैसे करें?
उत्तर: ऑनलाइन धोखाधड़ी होने की स्थिति में तुरंत Online Fraud Complaint Portal https://cybercrime.gov.in/” पर शिकायत दर्ज करवाएं। इसके अलावा आप Cyber Crime Helpline Number 1930 पर कॉल कर सकते है।
प्रश्न 2. ऑनलाइन धोखाधड़ी की शिकायत करने पर पैसे वापस मिल जाएंगे?
उत्तर: हां, अगर आप सही समय पर ऑनलाइन धोखाधड़ी की शिकायत करते है, तो काफी ज्यादा चांस होते है कि आपको आपके खोए हुए पैसे वापस मिल जाए।
Conclusion: Online Fraud Complaint Portal
आज के समय में ऑनलाइन फ्रॉड के मामले काफी ज्यादा बढ़ रहे है, लेकिन बुरी बात यह है कि ऑनलाइन फ्रॉड होने के बाद बहुत से लोग शिकायत नहीं करते है और यह गलत है। अगर आपके साथ या आपके किसी परिचित के साथ कोई ऑनलाइन फ्रॉड होता है, तो तुरंत उसकी शिकायत Online Fraud Complaint Portal या Cyber Crime Helpline Number 1930 दर्ज करवाए।