अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद विपक्ष के नेता भगवान राम पर विवादित बयान दे रहे हैं. DMK के सांसद ए राजा और तृमणूल कांग्रेस के विधायक रामेंदु रॉय इस लिस्ट में नया नाम हैं. ए राजा ने कहा कि वो राम के शत्रु हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें ना तो भगवान राम पर विश्वास है और ना ही रामायण पर. उनसे दो कदम आगे निकलकर रामेंदु रॉय ने राम मंदिर को अपवित्र बता दिया. रामेंदु रॉय ने लोगों से राम मंदिर में पूजा ना करने की अपील तक कर डाली. राम मंदिर में पूजा करने नहीं जाना. यह एक शो पीस बन गया है.
हालांकि रामेंदु राय ने बचाव करते हुए कहा कि उन्होंने किसी की भी भावना पर हमला नहीं किया. उन्होंने कहा, ‘उनके पूरे भाषण को 17 सेकंड के लिए काटकर शेयर किया गया. भ्रम पैदा कर अराजकता पैदा करने की कोशिश की जा रही है. इसे लेकर बीजेपी राजनीति कर रही है. बंगाल वासियों से निवेदन है कि भ्रमित न हों.’
राम मंदिर पर तृणमूल कांग्रेस सांसद शत्रुघ्न सिन्हा का भी बयान सामने आया. उन्होंने अयोध्या में रामभक्तों की भीड़ कम होने की बात कही. शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि राम मंदिर को लेकर इतना प्रचार किया गया, लेकिन इसके बावजूद यहां पर 5 से 10 हजार लोग पहुंच रहे हैं.