दिल्ली के राम लीला मैदान में किसानों की महापंचायत में संयुक्त किसान मोर्चा ने एक बड़ा ऐलान किया. संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी नेताओं का विरोध किया जाएगा. 23 मार्च को शहीदी दिवस के मौके पर गांवों में कार्यक्रम किए जाएंगे. बता दें कि इस महापंचायत में बड़ी संख्या में किसान पहुंचे थे.
इस बार किसान ट्रैक्टर, ट्रॉलियों से नहीं बल्कि बसों और ट्रेनों के जरिए दिल्ली पहुंचे थे. दिल्ली में होने वाली इस महापंचायत से पहले दिल्ली पुलिस ने ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की थी. बताया जा रहा है कि इस किसानों की इस महापंचायत में 5000 से ज्यादा किसान इकट्ठा हुए थे. इसको लेकर दिल्ली पुलिस ने ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की थी.
दिल्ली पुलिस ने यात्रियों से यह भी अनुरोध किया है कि ऊपर दिए गए मार्गों पर जाने से बचें. बजाए इसके वह बायपास रोड़ का इस्तेमाल करें ताकि वह जाम में न फंसे. पुलिस ने यह भी कहा है कि जो लोग सड़क मार्ग से निकलने का विचार कर रहे हैं वह पर्याप्त समय लेकर निकलें.
क्यों ट्रैक्टर-ट्रॉली ने नहीं आए किसान?
दिल्ली पुलिस ने संयुक्त किसान मोर्चा को रामलीला मैदान में महापंचायत की परमिशन कुछ नियम और शर्तों के साथ दी थी. दिल्ली पुलिस ने कहा है कि इस महापंचायत में शामिल होने के लिए कोई भी किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली से नहीं आएगा. इसके अलावा किसी भी तरह के हथियार लाने पर भी प्रतिबंध लगाए गए हैं.
रैली या प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं
इसके अलावा पुलिस ने इस आधार पर परमिशन दी है कि किसान किसी भी तरह की रैली या प्रदर्शन नहीं करेंगे और कानून व्यवस्था बनाए रखेंगे. इन शर्तों पर संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने दिल्ली पुलिस को सिग्नेचर करके दिए हैं, जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने एनओसी देकर परमिशन दी है. वहीं, इस महापंचायत को लेकर किसानों का कहना है कि यह ऐतिहासिक होने वाला है. रामलीला मैदान में संयुक्त किसान मोर्चा की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. कई किसान पहले ही वहां पहुंच चुके हैं.