चंडीगढ़ मेयर चुनाव को लेकर आज सुप्रीम कोर्ट में अहम सुनवाई होनी है. सुनवाई से पहले ही मेयर चुनाव विवाद के चलते बीजेपी के मेयर मनोज सोनकर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. बताया जा रहा है कि शनिवार को दिल्ली में पार्टी आलाकमान के साथ बीजेपी के वरिष्ठ पदाधिकारियों की बैठक हुई. इसके बाद ही मनोज सोनकर से इस्तीफा देने को कहा गया था. कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) 30 जनवरी को हुए मेयर चुनाव में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए सोनकर को हटाने की मांग कर रहे थे.
विपक्ष का आरोप है कि मतपत्रों में गड़बड़ी करने और 8 वोटों को अमान्य करने के बाद सोनकर जीते थे. AAP के 3 पार्षदों पूनम देवी, नेहा मुसावट और गुरचरण काला ने बीजेपी को ज्वाइन किया है. इनकीज्वाइनिंग में चंडीगढ़ पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े की मौजूदगी में हुई. बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष और अरुण सूद ने तीनों AAP नेताओं को बीजेपी में शामिल कराया. AAP पार्षदों के बीजेपी में शामिल होने के बाद बाजी पलट गई है. इंडिया गठबंधन को बड़ा झटका लगा है, जिसके बाद बीजेपी का मेयर बनना लगभग तय हो गया है.
बीजेपी में शामिल होने पर क्या बोले पार्षद
बीजेपी में शामिल होने के बाद गुरुचरण काला ने कहा कि मैं बीजेपी का था और बीजेपी में ही रहूंगा. मैं पीएम मोदी के कामों से प्रेरित होकर पार्टी में शामिल हुआ हूं. वहीं, पूनम देवी का कहना है कि वे पीएम मोदी के कामों से प्रेरित होकर बीजेपी में शामिल हुई हैं. उन्होंने AAP छोड़ दी है क्योंकि ये एक फर्जी पार्टी है. नेहा मुसावत का कहना है AAP पार्टी ने उनसे झूठे वादे किए हैं. वह भी पीएम मोदी के कामों से प्रेरित होकर बीजेपी में शामिल हुई हैं. बीजेपी नेता विनोद तावड़े का कहना है कि चंडीगढ़ के पार्षद पूनम देवी, नेहा मुसावत और गुरुचरण काला AAP पार्टी के व्यवहार से नाखुश थे. बीजेपी उनका सम्मान करेगी और वे चंडीगढ़ विकास में मदद करेंगे.
तीनों के बीजेपी में शामिल होने के बाद नगर निगम में बीजेपी पार्षदों की संख्या बढ़कर 17 हो गई है. बीजेपी के पास एक वोट सांसद का भी है. मेयर चुनाव के दौरान शिरोमणि अकाली दल के एकमात्र पार्षद ने भी बीजेपी को समर्थन किया था, जिसके बाद अब बीजेपी के पास अब कुल 19 वोट हो चुके हैं. आम आदमी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन के बाद AAP के पास अब घटकर सिर्फ 17 वोट रह गए हैं, जिसमें आम आदमी पार्टी के 10 और कांग्रेस के 7 वोट शामिल हैं. चंडीगढ़ नगर निगम में कुल 35 पार्षद हैं, जबकि एक सांसद का वोट मिलकर 36 वोट डाले जाते हैं और इन्हीं 36 वोटों के इस्तेमाल से मेयर का चुनाव किया जाता है.
बीजेपी में शामिल होने को लेकर केजरीवाल का तर्क
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने बताया कि आखिर क्यों दूसरी पार्टियों के नेता बीजेपी में शामिल हो रहे हैं. केजरीवाल ने कहा कि ईडी-PMLA की धारा 45 का डर ही राजनेताओं को बीजेपी में शामिल होने के लिए मजबूर कर रहा है. केजरीवाल ने तंज कसते हुए कहा कि अगर ईडी और PMLA को खत्म कर दिया जाए तो शिवराज सिंह चौहान और वसुंधरा राजे जैसे राजनेता अपनी अलग-अलग पार्टियां बना लेंगे.