अमेरिकी कांग्रेस (U.S. House of Representatives) में इस हफ्ते की शुरुआत “Crypto Week” के रूप में हुई है, जो क्रिप्टोकरेंसी और डिजिटल एसेट्स की दुनिया के लिए एक ऐतिहासिक मोड़ साबित हो सकता है। इस सप्ताह तीन बेहद अहम विधेयकों पर वोटिंग होनी है:
1. GENIUS Act
यह बिल stablecoins को लेकर स्पष्ट नियम तय करता है – यानी जो क्रिप्टोकरेंसी डॉलर या अन्य fiat currency से जुड़ी होती हैं। यह बैंकों और फिनटेक कंपनियों को stablecoin जारी करने के लिए एक वैध regulatory framework प्रदान करेगा।
2. CLARITY Act
यह कानून तय करेगा कि कौन से क्रिप्टो एसेट्स security माने जाएंगे और कौन से commodity – यानी स्पष्टता आएगी कि कौन सी संस्था (SEC या CFTC) किस पर नियंत्रण रखेगी।
Anti-CBDC Surveillance State Act
यह बिल अमेरिकी नागरिकों को एक निगरानी आधारित Central Bank Digital Currency (CBDC) से बचाने के लिए लाया गया है। इस एक्ट का उद्देश्य है कि सरकार डिजिटल मुद्रा के जरिए आम लोगों की आर्थिक गतिविधियों पर निगरानी न रख सके।
Bitcoin बना दुनिया का पांचवां सबसे कीमती एसेट
इन बिलों के चलते क्रिप्टो निवेशकों में बड़ा उत्साह देखने को मिला। नतीजतन, Bitcoin (BTC) की कीमत एक बार फिर उछलकर $123,000 के पार पहुंच गई। खास बात यह है कि इसकी मार्केट वैल्यू अब Amazon जैसी दिग्गज कंपनी से भी ऊपर निकल चुकी है!
➤ Current Stats:
- 💰 Price: $123,500+
- 🌐 Market Cap: $2.4 Trillion+
- 📈 YTD Growth: 76%
DeFi का दबदबा: AAVE ने रचा नया इतिहास
सिर्फ Bitcoin ही नहीं, बल्कि DeFi (Decentralized Finance) सेक्टर में भी जबरदस्त उछाल आया है। खासकर, Aave (AAVE) टोकन ने $330 का 5-महीने का उच्चतम स्तर छू लिया है।
- AAVE Protocol Deposits: $50 Billion+
- कारण: DeFi को भी इन बिलों से clarity और confidence मिल रहा है।
क्यों ज़रूरी हैं ये बिल?
अब तक अमेरिका में क्रिप्टो के लिए कोई स्पष्ट कानून नहीं था। यह अस्थिरता निवेशकों के मन में डर पैदा करती थी। इन तीनों बिलों से पहली बार ऐसा लगेगा कि अमेरिका अब crypto को mainstream बना रहा है, न कि उसे रोक रहा है।
“ये तीनों बिल क्रिप्टो की भविष्यवाणी नहीं, बल्कि उसकी नींव साबित होंगे।”
— कॉइनबेस सीईओ, ब्रायन आर्मस्ट्रॉन्ग
भारत और बाकी दुनिया पर असर
भले ही ये कानून अमेरिका में लागू हो रहे हैं, लेकिन इनका असर वैश्विक क्रिप्टो बाजार पर पड़ेगा। भारत में भी regulatory clarity की मांग बढ़ सकती है। एक्सचेंजेज और डेवलपर्स अब U.S. जैसे मॉडल को रेफर कर सकते हैं।
Crypto Week” ने एक बार फिर ये साबित किया है कि क्रिप्टो करेंसी सिर्फ निवेश का माध्यम नहीं, बल्कि एक विश्वव्यापी आर्थिक क्रांति है। अमेरिका जैसे देश अगर इसे स्वीकार कर रहे हैं, तो बाकी दुनिया के पास अब दो ही विकल्प हैं — या तो इसे अपनाएं, या पीछे छूट जाएं।