यूपी पुलिस के इंस्पेक्टर और हेड कांस्टेबल पर FIR, आय से अधिक संपत्ति रखने का है मामला

सतर्कता अधिष्ठान ने यूपी पुलिस के एक इंस्पेक्टर और एक हेड कांस्टेबल पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने की रिपोर्ट दर्ज की है। अधिष्ठान की मेरठ और गोरखपुर यूनिट की जांच में हकीकत सामने आई। इसके बाद रिपोर्ट दर्ज की गई। सतर्कता अधिष्ठान की टीम दोनों की संपत्तियों की जांच शुरू कर दी है।
सतर्कता अधिष्ठान की मेरठ यूनिट ने बागपत के निरपुड़ा निवासी इंस्पेक्टर प्रेमवीर सिंह राणा के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने की जांच शुरू की। यह जांच उनके कैराना थाने में तैनाती के दौरान शुरू की गई थी। जांच में सामने आया कि इंस्पेक्टर प्रेमवीर सिंह राणा ने अपनी वैध आय से 2,92,06,045 रुपये अधिक की संपत्तियां बनाई हैं। वैध स्रोत से 1,65,36,556 रुपये की आय अर्जित की।
इस अवधि में प्रेमवीर सिंह राणा ने परिसंपत्तियों के अर्जन व भरण पोषण पर 4,57,42,602 रुपये खर्च किया। जो ज्ञात व वैध स्रोतों से अर्जित की गई आय से 2,92,06,045 रुपे अधिक है। जांच पूरी होने के बाद शासन के निर्देश पर इंस्पेक्टर प्रेमवीर सिंह राणा के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई। हालांकि इसी बीच वह सेवानिवृत्त हो गये। सतर्कता अधिष्ठान की टीम इंस्पेक्टर प्रेमवीर सिंह राणा के खिलाफ संपत्तियों की जांच में तेजी कर दी है।
कमाई से 16.25 लाख अधिक किया खर्च
संतकबीरनगर के धनघटा स्थित औराडाड निवासी हेड कांस्टेबल चंद्र प्रकाश यादव की तैनाती देवरिया के भलुअनी थाने में है। उनके खिलाफ सतर्कता अधिष्ठान की गोरखपुर यूनिट ने आय से अधिक संपत्ति की जांच की। जिसमें सामने आया कि चंद्र प्रकाश ने वैध स्रोत यानी वेतन से कुल 73,29,359 रुपये अर्जित किया। उन्होंने इस अवधि में कुल 89,54,784 रुपये खर्च किये। जो उनकी वैध आय से 16,25,425 रुपये अधिक है। उनके खिलाफ वर्ष 2023 में शासन से शिकायत की गई थी।
शासन के निर्देश के बाद विजिलेंस की टीम ने हेड कांस्टेबल की संपत्तियों की जांच शुरु गई थी। जांच में चंद्र प्रकाश विजिलेंस अफसरों को संतोषजनक जवाब नहीं दे सके और न ही दस्तावेज दिखा पाए थे। जांच में आरोप सही पाए जाने के बाद मामले में सतर्कता अधिष्ठान के इंस्पेक्टर अनंत कुमार सिंह ने हेड कांस्टेबल के खिलाफ सतर्कता अधिष्ठान गोरखपुर सेक्टर में रिपोर्ट दर्ज कराया है।