सज्जाद नोमानी जो ऑल इंडिया पर्सनल लॉ के सीनियर मेंबर हैं, उन्होंने कानपुर में मुस्लिम समाज को भड़काने की कोशिश की। उन्होंने लोगों से पूछा कि तब्दीली में देर क्यों हो रही हैं। मुस्लिम समाज से सज्जाद नोमानी ने कहा, ‘तब्दीली की ख्वाहिश के बावजूद इसमें देरी हो रही है। अब तक इसके लिए कोई मॉडल भी नहीं है।’ वो इतने पर ही नहीं रुके। उन्होंने आगे कहा कि लोग ज्यादा समय तक तमाशा नहीं देख सकते हैं। वहीं उनके इस बयान पर मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने प्रतिक्रिया दिया है। आइए आपको विस्तार से इस खबर की जानकारी देते हैं।
सज्जाद नोमानी ने क्या कुछ कहा?
अपने भाषण में सज्जाद नोमानी ने कहा, ‘बहुत दिन तक आम लोग सूरत-ए-हाल को तमाशा बनकर नहीं देखा करते। एक वक्त आता है जब चिंगारी भड़क जाती है और आवाम ऐलान करते हुए मैदान में कूद जाती है। लोग मारे जाते हैं, गोलियां खाते हैं, बम से उड़ाए जाते हैं और जेलों में भी ठूसे जाते हैं लेकिन आवाम, एक ऐसा वक्त आता है कि ये सब बर्दाश्त कर लेते हैं लेकिन Status Quo बर्दाश्त नहीं करते हैं और तब्दीली चाहते हैं।’ उन्होंने आगे कहा, ‘इस वक्त सूरत-ए-हाल क्या है, पूरे आलम की और हमारे मुल्क की? हमें महसूस ये होता है कि तवज्जो इस तरफ जैसी होनी चाहिए, उसमें बहुत कमी है। आवाम में तब्दीली की लहर है।’
मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने कही ये बात
सज्जाद नोमानी द्वारा दी गई तरकीर के बारे में पूछे जाने पर मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री विश्वास कैलास सारंग ने कहा, ‘मौलाना जी भूलो मत बोल पा रहे हो, अगर जुल्म हो रहा होता तो क्या बोल पा रहे होते। किसी गलतफहमी मत रहो। इस देश में दुनिया में सबसे ज्यादा यदि अच्छी स्थिति कहीं पर मुसलमान की है तो वह हिंदुस्तान में है। इस तरह के कठमुल्लाओं और राजनीति करने वाले तुष्टि करण की राजनीति करने वाले ने ही मुसलमान की स्थिति को बाद से बदतर किया है।’ उन्होंने आगे कहा, ‘आप किसी गलत फहमी में मत रहो सज्जाद मियां, अच्छे से रहो, ठीक से रहो तो ठीक रहोगे और खुश रहोगे और ज्यादा बयानबाजी करोगे तो ठीक हो जाओगे।’