उत्तर प्रदेश

आजादी की लड़ाई के दौरान भी स्वदेशी आन्दोलन आधार बना था: भूपेंद्र सिंह चौधरी

लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने सोमवार को पार्टी के राज्य मुख्यालय पर आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आत्मनिर्भर भारत का आह्वान करते हुए कहा कि आत्मनिर्भर भारत केवल नीति नहीं, 140 करोड़ भारतीयों की आस्था और संकल्प है। कोविड संकट से लेकर आज तक भारत ने दिखा दिया है कि कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी आत्मनिर्भरता ही राष्ट्र की शक्ति बनती है। उन्होंने कहा कि भाजपा 25 सितम्बर (पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती) से 25 दिसम्बर (अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती) तक आत्मनिर्भर भारत और हर घर स्वदेशी नामक एक राष्ट्रव्यापी 90-दिवसीय अभियान शुरू किया है।

ेउन्होंने कहा इस अभियान का लक्ष्य है कि 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए आत्मनिर्भर भारत के मार्ग को मजबूत करना, जिसके मूल में स्वदेशी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 140 करोड़ देशवासियों से आह्वान किया है कि वे जो भी खरीदें, वह देश में ही बना हो (मेक इन इंडिया) और ‘गर्व से कहो यह स्वदेशी है’ का बोर्ड हर दुकान पर लगे। इसका अर्थ है भारत में बने उत्पादों और भारतीय कौशल को प्राथमिकता देना है।

भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने कहा कि स्वदेशी का मंत्र नया नही है। 1905 में बंगाल विभाजन के विरोध में और आजादी की लड़ाई के दौरान भी स्वदेशी आन्दोलन आधार बना था। उन्होंने कहा कि ‘वोकल फॉर लोकल’ मंत्र के कारण कई क्षेत्रों में प्रगति हुई है। जैसे यूपीए के समय खादी की बिक्री रू.31,000 करोड़ से बढ़कर अब रू.1,70,000 करोड़ हो गई है। मोबाइल निर्माण की 2014 में केवल दो कंपनियां थी जो अब बढ़कर 300 फैक्ट्रिया हो गई है और 99.2 मोबाइल ‘मेड इन इंडिया’ है। मोबाइल का निर्यात रू. 1500 करोड़ से बढ़कर 02 लाख करोड़ हो गया है। खिलौनों के आयात में भी 52 प्रतिशत की कमी आई है और भारत टैज्क्टर निर्माण में विश्व में नंबर वन है। उन्होंने कहा कि भारत अब विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है और पिछले चार वर्षों से सबसे तेज गति से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है।

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने अभियान की रूपरेखा और गतिविधियों पर चर्चा करते हुए कहा कि अभियान का उद्देश्य स्वदेशी को एक जन आन्दोलन और राष्ट्रीय आन्दोलन बनाना है, जिसमें हर नागरिक को जोड़ा जाए। अभियान के तहत पूरे प्रदेश में सम्मेलनों का आयोजन किया जाएगा। 1000 से अधिक स्वदेशी मेले लगाये जायेंगे और 500 से अधिक आत्मनिर्भर भारत संकल्प रथ और पदयात्राएं निकाली जाएगी। घर-घर जाकर स्वदेशी के स्टीकर लगाना और हर घर के लोगों से स्वदेशी वस्तुएं खरीदने का संकल्प पत्र भरवाना भी करवाया जाएगा। वोकल फॉर लोकल और स्वदेशी के फायदों के बारे में जन-जन से जागरूकता फैलाने का कार्य भी अभियान के दौरान होगा। उन्होेने कहा कि स्वदेशी कॉर्नर बनाने के लिए निवेदन करना और जो स्वदेशी सामान बेचेंगे उन्हें प्रमाण पत्र देने का भी अभियान चलाया जाएगा। आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान के तहत युवा सम्मेलन, महिला सम्मेलन, व्यापारी सम्मेलन, कॉलेजों में कार्यक्रम, क्विज, निबंध प्रतियोगिताएं और हस्तशिल्प प्रदर्शनी का आयोजन भी किया जाएगा।

उन्होेंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के रोडमैप में चार स्तम्भ बताए गए है जिनमें मजबूत अर्थव्यवस्था, हाई-जीडीपी विकास दर और वैश्विक प्रतिस्पर्धा। विश्व स्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर यूपीए के समय के रू. 3.5 लाख करोड़ की तुलना में आज रू. 11 लाख करोड खर्च, जिसके कारण एयरपोर्ट, रोड नेटवर्क और हाई-स्पीड ट्रेन (वदे भारत) में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। सरल और पारदर्शी प्रणाली कर प्रणाली के अन्तर्गत 1,550 से अधिक पुराने कानूनों को समाप्त करना, 35,000 से अधिक कंप्लायंसेस को कम करना, और जीएसटी लागू करना। ईज आॅफ डूइंग बिजनेस और स्टार्टअप्स (500 से बढ़कर 1,59,000) में वृद्धि हुई है। 2023-24 में 4.9 करोड़ रोजगार सृजित हुए (यूपीए के समय के रोजगार सृजन से पाँच गुना अधिक)। मुद्रा योजना और पीएम स्वनिधि के तहत बिना गारंटी के ऋण से युवाओं और स्ट्रीट वेंडरों को लाभ मिला है।

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजनाओं से मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, दवा, नवीकरणीय ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में भारत वैश्विक केंद्र बन रहा है। ह्यमेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्डह्ण की नीति के कारण विदेशी निवेश आकर्षित हो रहा है। 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ता भारत, आत्मनिर्भरता का मजबूत प्रमाण है। उन्होंने कहा आत्मनिर्भर भारत का मूल आधार किसान है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, प्राकृतिक खेती और डिजिटल खेती जैसे कदमों से भारत कृषि क्षेत्र आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर हुआ है। गाँव-गाँव स्वरोजगार और ‘वोकल फॉर लोकल’ से ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत हुई है। प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में आज भारत स्टार्टअप नेशन बन चुका है।

उन्होंने कहा कि स्टैंडअप इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, डिजिटल इंडिया-युवा शक्ति की आत्मनिर्भरता की पहचान बन रहे है। आत्मनिर्भर भारत अभियान में ‘नारी शक्ति’ को केंद्र में रखा गया। महिला स्वयं सहायता समूहों, मुद्रा योजना और महिला उद्यमिता को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में हुए ऐतिहासिक सुधार का परिणाम रहा कि भारत अब हथियार आयात करने वाला नहीं, बल्कि निर्यात करने वाला राष्ट्र बन रहा है। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत अभियान ने भारत को केवल आत्मनिर्भर ही नहीं, बल्कि विश्वसनीय साझेदार बनाया है। आज भारत वैश्विक सप्लाई चेन का मजबूत स्तंभ है। कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत ‘विश्व गुरु’ बनने की ओर अग्रसर हो रहा है। आत्मनिर्भर भारत केवल सरकारी अभियान नहीं, बल्कि जन-आंदोलन बन रहा है।

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