बलरामपुर अस्पताल की OPD में लग रही कतारें..वायरल संक्रमण से बढ़े मरीज, नजरअंदाज न करें लक्षण, बचाव के लिए ये उपाय

लखनऊ: मौसम में बदलाव से वायरल संक्रमण के मरीज बढ़ रहे हैं। संक्रमण पहले गले को जकड़ रहा है, फिर लोग खांसी जुकाम और वायरल बुखार की चपेट में आ रहे हैं। राजधानी के अस्पतालों में ऐसे मरीजों की संख्या बढ़ी है। सिविल, लोकबंधु और बलरामपुर अस्पताल सहित संयुक्त चिकित्सालयों की ओपीडी व इमरजेंसी में लगभग एक हजार मरीज पहुंच रहे हैं। इनमें 100 से अधिक मरीज भर्ती करना पड़ रहा है। चिकित्सक इलाज करने के साथ सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं।
हजरतगंज स्थित डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी (सिविल) अस्पताल के सीएमएस डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि बुखार और गले में इंफेक्शन वाले मरीजों की संख्या बढ़ गई है। रोजाना करीब 15-20 मरीजों को भर्ती करना पड़ रहा है। इनमें टायफाइड (मियादी बुखार) और मलेरिया के मरीज अधिक हैं। इसके अलावा उल्टी-दस्त के भी मरीज आ रहे हैं। डॉ. राजेश के मुताबिक इस मौसम में हानिकारक बैक्टीरिया वायरस व रसायन पेट की समस्याएं जैसे दस्त, टायफाइड जैसी बीमारियां फैलाते हैं। बच्चों व बुजुर्गों को सबसे ज्यादा खतरा रहता है। वायरल बुखार या किसी भी बीमारी के लक्षण होने पर चिकित्सक से संपर्क करें। समय पर इलाज मिलने से जटिलताओं से बचा जा सकता है।
बलरामपुर अस्पताल के सीएमएस डॉ. हिमांशु चतुर्वेदी ने बताया बुखार के करीब 150 से 200 मरीज रोजाना आ रहे हैं। इनमें 20-25 गंभीर मरीजों को भर्ती करना पड़ रहा है। डॉ. हिमांशु के मुताबिक मौसम में बदलाव से शरीर के तापमान में बदलाव व रोग प्रतिरोधक क्षमता का कम हो जाती है। बचाव के लिए साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना जरूरी है। इस मौसम में दूषित पेयजल के नुकसान बहुत गंभीर होते हैं।
लोकबंधु अस्पताल के सीएमएस डॉ. राजीव दीक्षित के मुताबिक कुछ दिनों से वायरल इंफेक्शन के मरीज बढे हैं। अभी अस्पताल में करीब 25 मरीज भर्ती हैं। बिना चिकित्सक की सलाह एंटीबायोटिक न लें। इसके अलावा ठाकुरगंज संयुक्त अस्पताल, रानी लक्ष्मीबाई, भाऊराव देवरस और बीकेटी के रामसागर मिश्र संयुक्त अस्पताल समेत सीएचसी और पीएचसी में भी वायरल संक्रमण के मरीज आ रहें हैं।
मलेरिया से बचाव
– मच्छरदानी का प्रयोग करें।
– पूरी बांह के कपड़े पहनकर सोएं।
– घरों के आस- पास पानी न भरने दें।
-कूलर की समय- समय पर सफाई करें।
टाइफाइड से बचाव
– साफ पानी व भोजन का सेवन करें।
– सड़क किनारे कटे बिक रहे फलों को खाने से बचें।
– फल व सब्जियों को अच्छी तरह साफ कर खाएं।
वायरल जनित बीमारियों के प्रमुख लक्षण
– बुखार और ठंड लगना।
– खांसी-गले में खराश।
– शरीर में दर्द और कमजोरी।
-नाक बहना या बंद होना।
– सांस लेने में तकलीफ।
-दस्त या उल्टी (अगर पाचन तंत्र प्रभावित हो)।
ऐसे करें बीमारियों से बचाव
– पानी का खूब सेवन करें।
– साफ-सफाई रखें, गीले कपड़ों से बचाव करें।
– शरीर को ठंड और नमी से बचाएं।
– विटामिन सी युक्त फल जैसे संतरा, नींबू खाएं।
– ठंडा पानी व अन्य शीतल पेयों से परहेज करें।
– एसी अब बंद करें, कूलर भी बिना पानी चलाएं।
-बीमार होने पर आराम करें व दवा जरूर ले।
– फंगल और बैक्टीरियल इंफेक्शन से बचने के लिए सफाई रखें।
ये नुस्खे भी आजमाएं
– प्रतिदिन हल्दी वाला दूध पीएं।
– तुलसी-जीरा की चाय पीएं।
– गुड़ और बादाम का सेवन करें।
– नियमित योग, व्यायाम व प्राणायाम करें।
– तनाव कम करने की कोशिश करें।