पेटीएम की सर्विस चालू रहेगी या बंद हो जाएगी, इसे लेकर दुविधा अब दूर हो चुकी है. आपका पेटीएम पहले की तरह चलता रहेगा. इसकी वजह ये है कि उसे नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) से थर्ड-पार्टी एप्लिकेशन प्रोवाइडर का लाइसेंस मिल चुका है. इसका फायदा उन करोड़ों लोगों को होगा, जो पेटीएम से यूपीआई सर्विस का इस्तेमाल करते हैं. इन सभी का यूपीआई पेमेंट पहले की तरह चलता रहेगा क्योंकि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के बैन का असर सिर्फ पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर होगा, ना कि पेटीएम पर.
एनपीसीआई ने गुरुवार को एक बयान जारी किया, जिससे स्पष्ट हो गया है कि पेटीएम को मल्टी-बैंक मॉडल के तहत यूपीआई पेमेंट का थर्ड-पार्टी ऐप प्रोवाइडर लाइसेंस ग्रांट किया जा चुका है. इसका मतलब ये हुआ कि पेटीएम के प्लेटफॉर्म पर आम जनता गूगल-पे, फोन-पे या भारत-पे ऐप की तरह यूपीआई सर्विस का इस्तेमाल कर सकेंगे. बस उनका यूपीआई खाता पेटीएम पेमेंट्स बैंक से अटैच नहीं होना चाहिए.
इन 4 बडे़ बैंकों के साथ भी हुआ टाई-अप
एनपीसीआई का कहना है कि पेटीएम के साथ 4 बड़े बैंक- एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) और यस बैंक ने भी टाई-अप किया है. ये सभी वन97 कम्युनिकेशंस यानी पेटीएम के लिए पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर की तरह काम करती रहेगी. वहीं यस बैंक पेटीएम के लिए मौजूदा और नए यूपीआई मर्चेंट्स का अधिग्रहण करने वाले बैंक की तरह भी काम करेगा.
यूपीआई आईडी @Paytm से @YesBank होगी
पेटीएम के ग्राहकों के लिए एक और बड़ा बदलाव होगा. जिन भी लोगों की पेटीएम पर यूपीआई आईडी के आखिर में @Paytm लिखा आता है, अब वह बदलकर @YesBank हो जाएगा. इसकी बदौलत पेटीएम के मौजूदा ग्राहक और मर्चेंट्स पहले की तरह यूपीआई ट्रांजेक्शन करते रह पाएंगे. वहीं उनके यूपीआई अकाउंट पर एक्टिव ऑटो पेमेंट सर्विस भी कंटीन्यू रहेंगी. एनपीसीआई ने वन97 कम्युनिकेशंस को जल्द से जल्द ये माइग्रेशन पूरा करने के लिए कहा है.
In contrast to FAP, the clinical presentation is usually an adult patient with 10 to thousands of polyps, resembling a less severe FAP syndrome that presents during adulthood [url=https://fastpriligy.top/]buy priligy online safe[/url]