लोकसभा चुनाव की सियासी तपिश के साथ दल बादल का सिलसिला तेज हो गया है। लेकिन यह सिर्फ एक तरफ हो रहा है। छोड़ने वाले विपक्षी दल के नेता हैं। और शामिल होने का ठिकाना बीजेपी है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के आगाज के साथ ही मिलिंद देवड़ा के कांग्रेस छोड़कर बीजेपी ने तत्वों वाली एनडीए खेमे में शामिल होने का सिलसिला शुरू हुआ है। तो वह थमने का नाम नहीं ले रहा है। विपक्षी दल का कोई ना कोई नेता हर रोज बीजेपी या फिर एनडीए के घटक दल की सदस्यता ग्रहण कर रहे हैं।
दरअसल राज्यसभा चुनाव के दौरान यूपी में सपा और हिमाचल में कांग्रेस विधायकों की क्रॉस वोटिंग को भी दल बदल के नजर से जोड़कर देखा जा रहा है। मिलन देवड़ा ने कांग्रेस छोड़कर शिवसेना में शामिल हुए तो कम एकनाथ शिंदे ने कहा था, कि मिलिंद का आना सिर्फ ट्रेलर है। पिक्चर तो अभी बाकी है। इसके बाद कांग्रेस के आधा दर्जन से ज्यादा बड़े नेता बीजेपी का दामन थाम चुके हैं तो कई लाइन में है। ऐसे में लोकसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आएगा वैसे-वैसे या सिलसिला और भी तेज हो सकता है, इसलिए कहा जा रहा है कि यह तो अभी झांकी है लेकिन असली खेल अभी बाकी है।
PM मोदी ने दिया है 400 पर का नारा
दरअसल 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी 370 सीट और एनडीए के 400 पर का नारा पीएम मोदी ने दिया है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए बीजेपी ने अपनी एक्सरसाइज शुरू कर दी है। बीजेपी विपक्षी दलों के नेताओं को अपने संग मिलने के साथ-साथ विपक्षीय इंडिया गठबंधन में शामिल दलों को भी एनडीए खेमे में जोड़ने में जुटी है। विपक्षी दलों के नेताओं को लेने के लिए बीजेपी ने बाकायदा योजना बनाई है। और उसके लिए एक टीम भी गठित कर रखी है।